रजिस्टर्ड 15.38 लाख, 3 लाख बगैर आधार

कोरबा (निप्र)। जिला प्रशासन का दावा है कि लक्ष्य के विपरीत विभाग ने 15 लाख 38 हजार 690 लोगों का आधार पंजीयन कर लिया है। बावजूद इसके लाखों राशन कार्ड हितग्राहियों का आधार लिंकिंग अधूरा है। सैकड़ों की भीड़ में घंटो जद्दोजहद कर लोगों ने पंजीयन की प्रक्रिया पूरी की, लेकिन महीनों के इंतजार के बाद भी उनके हाथों तक आधार कार्ड नहीं पहुंचा है। खाद्य विभाग के मुताबिक आधार नंबर की जानकारी नहीं होने के कारण 3 लाख 64 हजार राशन कार्ड हितग्राहियों का आधार नंबर लिंक नहीं हो पा रहा, जो इस बात की पुष्टि करता है।

खाद्य विभाग के रिकार्ड के अनुसार सस्ता राशन लेने जिले में 2 लाख 49 हजार परिवार के राशन कार्ड बनाए गए हैं। पात्र कार्डों में कुल हितग्राहियों की संख्या 9 लाख 9 हजार 329 है, जिसमें 5 लाख 44 हजार 543 हितग्राहियों का ही आधार नंबर राशन कार्ड से लिंक किया जा सका है। आधार कार्ड की अनिवार्यता को देखते हुए लगातार कैम्प लगाकर लोगों का आधार कार्ड बनाया जा रहा है। आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया 10 जनवरी 2013 में शुरू की गई थी। तब से लेकर दो वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद लोगों को आधार नंबर उपलब्ध नहीं हो सका है। आधार कार्ड के लिए फर्जी तरीके से कैम्प लगाए जाने के कारण लोग ठगी का शिकार भी रहे है। इस आशय की जानकारी प्रशासन को होने के बाद कई बार कार्रवाई भी की गई है। यहां तक बिना अनुमति के कार्ड बनाने के लिए कैम्प लगाने वालों पर एफआईआर भी दर्ज किया जा चुका है। अब तक जितने लोगों को आधार कार्ड उपलब्ध नहीं हो सका है उसमें ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के अलावा शहरी क्षेत्र के लोग भी शामिल है। आधार कार्ड पंजीयन प्रभारी की माने तो जिले में अब तक 15 लाख 38 हजार 690 लोगों का पंजीयन किया जा चुका है। ऐसे में 5 लाख 44 हजार लोगों का आधार नंबर ही राशन कार्ड से लिंक हो सका है। शेष 3 लाख 64 हजार लोगों को आधार नंबर नहीं मिल पाना संशय के दायरे में देखा जा रहा है। आधार नंबर को राशन कार्ड से लिंक करने के पीछे यह माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कोर पीडीएस के माध्यम से हितग्राही किसी भी राशन दुकान से अपना राशन उठा सकेंगे। यह तभी संभव होगा जब सभी हितग्राहियों के आधार नंबर राशन कार्ड के साथ लिंक होगा।

 

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