भोपाल (ब्यूरो)। सालाना एक लाख 20 हजार रुपए आमदनी वाले सामान्य निर्धन वर्ग के अभिभावकों के बच्चों को भी उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति मिलेगी। उच्च शिक्षा विभाग ने विक्रमादित्य योजना के नियमों में संशोधन कर दिया है। अभी तक सामान्य वर्ग के उन छात्रों को शिक्षण शुल्क प्रतिपूर्ति की पात्रता थी, जिनके माता-पिता की सालाना आय 54 हजार रुपए थी।
विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नियम को व्यवहारिक बनाने के निर्देश दिए थे। सामान्य निर्धन वर्ग आयोग की अनुशंसा पर उच्च शिक्षा विभाग ने सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले सामान्य वर्ग के बच्चों को शिक्षण शुल्क प्रतिपूर्ति करने की योजना लागू की है।
इसमें पिछले साल 2 हजार 393 बच्चों को 2500 रुपए के हिसाब से सालाना शिक्षण शुल्क दिया गया। विभाग की समीक्षा में विक्रमादित्य योजना पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य निर्धन वर्ग में इतने ही बच्चे हैं? दरअसल, योजना में 54 हजार रुपए सालाना आमदनी की शर्त के कारण अधिकांश छात्र अपात्र हो गए।
बैठक में आय सीमा को व्यवहारिक बनाने के निर्देश दिए गए। इसके आधार पर उच्च शिक्षा विभाग ने 1 लाख 20 हजार रुपए की आय सीमा तय कर दी है। आयुक्त उच्च शिक्षा उमाकांत उमराव ने बताया कि आय सीमा बढ़ाने का नीतिगत निर्णय हो चुका है। अभी तक 2 हजार 747 छात्रों के आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनकी संख्या और बढ़ेगी।