धमतरी। सूखाग्रस्त घोषित तहसीलों के मनरेगा मजदूरों को अब 200 दिनों का काम मिलेगा। जिले के कुरुद, मगरलोड और नगरी तहसील के मनरेगा मजदूर इससे लाभान्वित होंगे। जबकि धमतरी तहसील के मजदूर 50 दिन के अतिरिक्त रोजगार से वंचित हो जाएंगे। सूखाग्रस्त घोषणा के चलते जिले को मनरेगा कार्य के लिए 2 करोड़ रुपए अतिरिक्त राशि शासन से मिली है।
धमतरी जिले के कुरुद, मगरलोड और नगरी तहसील में अल्प वर्षा और पर्याप्त सिंचाई पानी नहीं मिलने से अधिकांश किसानों के खरीफ सीजन की धान फसल तबाह हो गई है। शासन ने राजस्व विभाग की आनावरी रिपोर्ट के अनुसार इन तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित किया है। फसल तबाह होने के कारण गांवों के किसान व मजदूरों के पास काम की कमी बनी हुई है। कई गांव में मजदूर पलायन करने की स्थिति में है। ऐसे में इन गांवों के मनरेगा मजदूरों को 50 दिन का अतिरिक्त कार्य दिया जा जाएगा। जिससे सूखाग्रस्त घोषित तहसीलों के मनरेगा मजदूरों को अब 200 दिन का काम मिलेगा। जबकि धमतरी तहसील के मजदूरों को सिर्फ 150 दिन का ही काम मिल पाएगा। मनरेगा योजना में 150 दिन केन्द्र सरकार और 50 दिन का रोजगार राज्य सरकार द्वारा घोषित है।