जयपुर। राजस्थान में देश के 5.6 प्रतिशत भिखारी हैं और इन भिखारियों में से 86 ग्रेजुएट और 13 पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं। पांच भिखारी ऐसे भी है, जिनके पास टेक्निकल डिप्लोमा भी है।
जनसंख्या के आंकड़ों के तहत हाल में देश की ‘नॉन वर्किंग पॉपुलेशन’ यानी कोई काम नहीं कर रही जनसंख्या के आंकड़े जारी किए गए हैं। इनके अनुसार देश में कुल 32 लाख भिखारी हैं और इनमें से 22,548 राजस्थान में हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि इनमें से दस फीसद से ज्यादा यानी 3534 शिक्षित हैं।
देश भर की बात करें तो भिखारियों की संख्या बीमारू माने जाने वाले राज्यों में ज्यादा है। जैसे मध्यप्रदेश में 25,630 भिखारी हैं तो बिहार में 25,857 भिखारी हैं। वहीं गुजरात में सिर्फ 12,584 और पंजाब में सिर्फ 7,224 भिखारी हैं।
जनसंख्या के आंकड़ों में काम नही करने वालों में उनको गिना गया, जो कुछ नहीं करते हैं लेकिन, फिर भी कुछ न कुछ कमाते हैं। राजस्थान में 56 फीसद लोग इस श्रेणी में गिने गए हैं। देश भर में 60 फीसद लोग इस श्रेणी में हैं। राजस्थान में कुछ नहीं करने वाले 3.86 करोड़ लोगों में से 2.14 करोड़ महिलाएं और 1.76 करोड़ पुरुष हैं।
राजस्थान में काम नहीं करने वालों की संख्या
छात्र – 1.76 करोड़
घरेलू काम – 65 लाख
आश्रित – 1.28 करोड़
पेंशनर – 4.45 लाख
भिखारी – 22,548
अन्य – 13.21 लाख