नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर मचे बवाल के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने लोगों के फेफड़ों की जांच शुरू कराई तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। पिछले तीन दिन में 331 लोगों के फेफड़ों की जांच की गई। इनमें से करीब 32 फीसदी लोगों के फेफड़े खराब मिले। डॉक्टरों ने उन्हें इलाज की सलाह दी है। ऐसे में स्पष्ट है कि दिल्ली की आबोहवा फेफड़ों पर विपरीत प्रभाव डाल रही है और लोग बीमार हो रहे हैं।
हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक, अभी यह कहना बहुत जल्दबाजी होगी कि प्रदूषण के कारण ही लोगों के फेफड़े खराब हुए हैं। इसका कारण धूम्रमान भी हो सकता है। इसलिए डॉक्टर लोगों से यह भी पूछ रहे हैं कि वे धूम्रपान करते हैं या नहीं। मालूम हो, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की देखरेख में 10 स्थानों पर लोगों के फेफड़ों की जांच की जा रही है। सोमवार को 188 लोगों ने जांच करवाई। इनमें से 64 लोगों के फेफड़े ठीक काम नहीं कर रहे थे। जिन लोगों के फेफड़े 70 फीसदी से कम काम करते हैं, उन्हें बीमारी से ग्रस्त करार दिया गया।
इसके पहले रविवार को 88 लोगों की जांच की गई थी, जिसमें से 25 लोगों के फेफड़े खराब थे। शनिवार को 55 लोगों की जांच की गई थी। जिसमें से 16 लोगों के फेफड़े खराब पाए गए थे। जिन लोगों की जांच की गई है उनमें ज्यादातर चालक, फैक्टरी मजदूर व रेहड़ी लगाने वाले हैं। कुछ पुलिसकर्मियों की भी जांच की गई है।