इस मौके पर उन्होंने ज्यादा उपज वाले 30 किसानों को सम्मानित किया और आधुनिक कृषि तकनीक के ज्यादा प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से 24 कृषि प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम आवास पर पहली बार इतनी बड़ी संख्या में किसान दिवस पर किसान जुटे हैं। उनकी कोशिश होगी कि किसान खुशहाल हों, क्योंकि जब तक किसान खुशहाल नहीं होगा, देश और प्रदेश उसकी खुशहाली के बिना तरक्की नहीं कर सकता है। सरकार तो तमाम योजनाएं चला रही है सही मायने में कितना लाभ मिल रहा है, ये किसान जानते होंगे। मंत्री, हमारे अधिकारी और पार्टी के नेता इस प्रयास में हैं कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने खाद का पहले से इंतजाम किया, इसलिए किसानों को लाइन नहीं लगानी पड़ी। जहां कहीं से इसकी शिकायत आई कार्रवाई की गई।
अखिलेश यादव ने कहा कि वे गेहूं के दाम किसानों को दिलवाने में कामयाब रहे, लेकिन धान की सही कीमत नहीं दिलवा सके। इसका भी रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस दिन बिचौलियों को बीच से हटाने का काम कर लेंगे, धान के किसानों को भी सही कीमत मिलने लगेगी। उन्होंने कहा कि असली झगड़ा मुनाफे का है। इस पर सरकार को नियंत्रण करना होगा। चौधरी साहब और नेताजी ने इस काम को आगे बढ़ाया। हम भी चाहते हैं कि मुनाफे का सही बंटवारा हो जिससे किसान खुशहाल हो सके।