मुजफ्फरपुर : प्रसव के समय महिला की मौत की सूचना देने के लिए सरकार 500 रुपये देगी. लेकिन, यह सूचना 24 घंटे के अंदर होनी चाहिए. सरकार ने इसके लिए आशा व अन्य के लिए 200, एएनएम के लिए 100 व परिजनों के लिए 200 का प्रावधान रखा है.
यदि 24 घंटे के अंदर तीनों जगह से सूचना आती है तो स्वास्थ्य विभाग 500 रुपये का भुगतान करेगा. यह योजना सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन सरकार ने यह पहल प्रसव के समय गर्भवती की मौत का आंकड़ा संग्रह के लिए किया है. इससे यह पता चले कि आखिर प्रसव के समय महिला की मौत का वास्तविक कारण क्या है. सरकार का निर्देश मिलते ही यह योजना लागू कर दी गयी है. हॉस्पिटल व घर में होने वाले प्रसव पर लाभ की राशि दी जायेगी.
सरकार के पास मौत का आंकड़ा नहीं. विभाग के पास प्रसव के समय जिले में होने वाली मौत का वास्तविक आंकड़ा नहीं है. हॉस्पिटल में होने वाली मौत को छुपा लिया जाता है. मौत की वजह बताने के डर से डॉक्टर भी नहीं चाहते कि मौत का असली कारण बताया जाये. इसकी रिपोर्टिंग नहीं की जाती. घरों में भी होने वाली मौतों का आंकड़ा पीएचसी स्तर पर उपलब्ब्ध नहीं हो पाता. आशा व एएनएम को या तो मौत की जानकारी नहीं होती. यदि होती भी है तो वे कारण पूछे जाने के डर से इसका जिक्र नहीं करतीं. विभाग ने सही आंकड़ा संग्रहण के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू की है.
मातृ मृत्यु दर में कमी का प्रयास
केंद्रीय परिवार व स्वास्थ्य कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर विभाग ने मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए पहल की है. इसके लिए पहले मौत का आंकड़ा जुटाया जायेगा. उसके बाद मौत के कारणों की जांच कर वास्तविक स्थिति का पता लगाया जायेगा. जांच में जो कमियां मिलेंगी उसके आधार पर मातृ मृत्यु दर में कमी लाने की योजना लायी जायेगी.