मप्र में अब स्कूलों में बारात ठहरी तो होगी एफआईआर

डबरा। वर्तमान में शादियों का सीजन शुरू हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाली शादियों में बारात के ठहरने की व्यवस्था स्थानीय लोगों की ओर से सरकारी स्कूलों में करा दी जाती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। यदि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बने सरकारी स्कूलों में बारात रुकती है तो संबंधित बारातियों के अलावा स्थानीय सरपंच व सचिवों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश शिक्षा विभाग ने जारी कर दिए हैं। इस संबंध में बीईओ रामगोपाल रोरिया ने ग्रामीण क्षेत्रों में बने सरकारी स्कूलों के प्राचार्य और संबंधित गांवों के सरपंचों को सूचना देना शुरू कर दी है।

उल्लेखनीय है कि हर वर्ष देवउठान के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाली शादियों में मेहमानों के अलावा बारातियों के ठहरने के लिए शासकीय स्कूलों में व्यवस्था कर दी जाती थी। स्कूलों में बारात ठहरने से अगले दिन स्कूल परिसर में गंदगी फैली होने से छात्रों की क्लास नहीं लग पाती थी और साफ-सफाई भी वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों को ही करानी पड़ती थी। इस संबंध में कई बार शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों को अवगत भी करा दिया गया था। वर्तमान में शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्रों में बने शासकीय स्कूलों में यदि अब कोई बारात ठहरती है या इसके अलावा कोई अन्य प्राइवेट कार्यक्रम होता है तो संबंधित लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी।

प्राचार्यों को दी जा रही सूचना

बीईओ रामगोपाल रोरिया ने बताया कि इस बार शिक्षा विभाग की ओर से ऐसे आदेश दिए जा चुके हैं, जिसमें साफ किया गया है कि यदि शासकीय स्कूलों बारात ठहरती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि संबंधित क्षेत्र के स्कूलों के प्राचार्यों को यह जानकारी पत्र के माध्यम से भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि स्कूल में बारात ठहरती है तो संबंधित बारातियों के अलावा जिसने भी स्कूल परिसर में बारात ठहरने की अनुमति दी है चाहे वह सरपंच हो या प्राचार्य, उनके खिलाफ भी एफआईआर की जाएगी।

निरीक्षण में मिल चुकी है इस प्रकार की खामियां

पिछले वर्ष शिक्षा विभाग और भितरवार जनपद पंचायत की ओर से शादियों के सीजन में स्कूलों के किए गए निरीक्षण के दौरान गांव के स्कूलों में बारात ठहरी हुई मिल चुकी है। पिछले वर्ष तत्कालीन सीईओ शिवानी जैन ने मस्तूरा, मोहनगढ़, बसई, गोहिन्दा आदि स्कूलों का निरीक्षण किया था, जहां बारात ठहरी मिली थी। साथ ही मौके पर स्कूल परिसर में टेंट, कुर्सियां भी रखी मिल चुकी हैं।

सामुदायिक भवन व पंचायत भवन में कराएं व्यवस्था

बीईओ रामगोपाल रोरिया ने बताया कि शादियों का सीजन शुरू हो गया है। इसके लिए यदि किसी गांव में शादी है तो वह संबंधित पंचायत भवन या शहरी क्षेत्र में बने सामुदायिक भवनों पर रसीद कटाकर उसे बुक करा सकते हैं। उन्होंने जनपद पंचायत और नगर पालिका को भी सूचना दी है, ताकि ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो।

प्राचार्य करें आदेश का पालन

style="text-align: justify"> बीईओ ने बताया कि सोमवार से उन्होंने सभी स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र के माध्यम से आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी ग्रामीण संबंधित स्कूल के प्राचार्य के पास शादी समारोह के लिए स्कूल भवन की अनुमति मांगता है, तो उसे तुरंत मना करे। उन्होंने कहा कि इस आदेश का सभी प्राचार्य सख्ती से पालन करें।

शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसमें जिक्र किया गया है कि यदि शासकीय स्कूलों में बारात ठहरती है, तो संबंधित बारातियों के अलावा जिसने बारात के रुकने की स्वीकृति दी है, उन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

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