एक आर्थिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब यह फैसला करने का समय आ गया है कि एक निश्चित आमदनी से ऊपर के लोगों की सब्सिडी को खत्म कर दिया जाए।
दरअसल, कार्यक्रम में मौजूद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूछा कि क्या एक निश्चित आमदनी से ऊपर के लोगों द्वारा सब्सिडी छोड़ देने का समय आ गया है? इस पर प्रधान ने कहा कि इसका लाभ सिर्फ उन लोगों को मिलना चाहिए, जिनको इसकी वास्तव में जरूरत है। संपन्न लोगों की सब्सिडी खत्म करने का समय आ गया है।
उल्लेखनीय है कि रसोई गैस के 15 करोड़ उपभोक्ताओं में से अब तक सिर्फ 42.5 लाख ने ही स्वेच्छा से सब्सिडी का परित्याग किया है। संपन्न वर्ग के लोगों द्वारा स्वेच्छा से छोड़ी गई सब्सिडी का लाभ गरीब लोगों को गैस कनेक्शन देने में किया जाता है।
इससे जहां कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है, वहीं इन लोगों के स्वास्थ्य पर भी इसका अनुकूल असर पड़ता है। प्रधान ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 25 लाख बीपीएल परिवारों को एलपीजी का कनेक्शन दिया जा चुका है।