उन्होंने कहा कि सूखे को लेकर छत्तीसगढ़ के हालात पर मैंने राज्य सरकार से चर्चा की है और केंद्र इसके लिए छत्तीसगढ़ को हर संभव मदद प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि विश्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है, लेकिन खनिज से भरे छत्तीसगढ़ ने 15 साल में सबसे तेजी से विकास कर देश में एक कीर्तिमान स्थापित किया है।
श्री जेटली ने छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस पर रायपुर के इंडोर स्टेडियम में आयोजित एक दिवसीय राज्योत्सव का शुभारंभ किया। वित्त मंत्री श्री जेटली ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया और उन्हें धन्यवाद देते हुए छत्तीसगढ़ के अस्तित्व में आने का किस्सा सुनाया।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के गठन के वक्त वे भी भूमिका में रहे। उन्होंने बताया कि किस तरह उत्तराखंड और झारखंड भी इसी तरह अस्तित्व में आए। शहरीकरण विकास का हिस्सा है। इसे राज्य ने
साबित भी करके दिखाया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ मइया के गायन से हुआ। राज्यपाल बलरामजी दास टंडन का रविवार को जन्मदिन भी था। उन्हें राज्योत्सव के मंच से बधाई दी गई। राज्यपाल ने भी राज्य में
विकास यात्रा को सराहा और कहा कि इसका श्रेय यहां के लोगों को जाता है।
ओला पीड़ितों को शीघ्र मुआवजा
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सूखे पर कहा कि सरकार लगभग 500 करोड़ रुपए से अधिक किसानों पर
खर्च करने जा रही है। प्रदेश के 22 लाख किसानों को फसलों का नुकसान हुआ है, जिन्हें खरीफ फसलों
की बोआई के लिए एक क्विंटल तक धान मुफ्त में दिया जाएगा।
बारिश कम होने के कारण इस बार किसानों के सिंचाई पम्पों में बिजली की खपत काफी बढ़ी है, जिसके लिए 3 से 5 हार्स पावर तक सिंचाई पम्पों के लिए नि:शुल्क बिजली आपूर्ति की वार्षिक सीमा 7500 यूनिट से बढ़ाकर 9000 यूनिट करने का निर्णय लिया गया है। उन्हें डेढ़ हजार यूनिट अतिरिक्त बिजली नि:शुल्क दी जाएगी, जो लगभग पांच हजार रुपए की होगी। इसे मिलाकर प्रत्येक किसान को लगभग 29 से 30 हजार रुपए तक का फायदा पहुंचाया जाएगा।