सांख्यिकी विभाग और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन आने वाले एनएसएसओ के आंकड़ों के अनुसार, भारत में बीफ की खपत लगातार बढ़ रही है।
रिपोर्ट कहती है कि भारत के ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में बीफ को प्रोटीन के प्रमुख स्रोत के रूप में उपयोग किया जा रहा है। देश के ग्रामीण क्षेत्रों में 2010 के मुकाबले बीफ की खपत में 3.9 से लेकर 4 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं शहरी इलाकों में यह वृद्धिदर 4.3 प्रतिशत से 5 प्रतिशत है।
एनएसएसओ की रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में बीफ खाने वालों की संख्या आठ करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। पिछले 19 वर्षों के दौरान देश में प्रोटीन आधारित खाद्य पदार्थों की मांग तथा खपत दोनों ही बढ़ी हैं।
बीफ के अलावा भारत में दूध, अंडे तथा चिकन की खपत भी तेजी से बढ़ी है तथा इस समय मांसाहार में सबसे ज्यादा मांग चिकन की है।
दूध
कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट का दावा है कि देश में प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे दूध, मछली, मीट, अंडे, चिकन, फल तथा सब्जियों की कीमत में खाद्यान्नों के मुकाबले ज्यादा तेजी आई है।