गुजरात में अहमदाबाद के बांसकांठा में एक किसान की कथितौर से हत्या करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि आरटीआई कार्यकर्ता व 52 वर्षीय किसान रत्नसिंह चौधरी की शनिवार को अज्ञात लोगों द्वारा हत्या कर दी गई थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, किसान चौधरी अपने एक मित्र की सहायता के आरटीआई के तहत पूछा था कि जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ पीड़ित किसानों को जुलाई में कितना मुआवजा दिया गया है?
लेकिन इस आरटीआई के जवाब में अधिकारियों से जो सूचना मिली वह किसानों के लिए चौंकाने वाली थी। संबंधित अधिकारियों ने चौधरी को भेजे पत्र में बताया कि बाढ़ पीड़ित प्रत्येक किसान को बाढ़ के लिए 55 हजार से 90 हजार रुपए तक दिए गए हैं
गांव के किसानों ने आरटीआई का जवाब देखा तो वे अधिकारियों के इस हेराफेरी से चकरा गए। बताया जा रहा है के जिस आरटीआई कार्यकर्ता और किसान की हत्या हुई है उसे मुआवजा के तौर पर सिर्फ ढाई हजार रुपए ही मिले थे।
किसान इससे पंचायत विभाग के अधिकारियों से काफी परेशान था। खबर के अनुसार, किसान अपने बेटे के साथ जब अपने खेत की ओर जा रहा था तभी उन पर चार लोगों ने हमला बोल दिया और पत्थर से सिर कुचल कर किसान की हत्या कर दी थी।
आरटीआई के जवाब में यह भी बताया गया था कि किस किसान को कितने रुपए दिए गए थे।