दुर्ग में डेढ़ माह से तीन मासूमों को बंधक बनाकर ठेला लगवाया

दुर्ग (ब्यूरो)। बाल संरक्षण विभाग की टीम ने डेढ़ माह से बंधक बनाकर रखे गए तीन मासूम बच्चों को शुक्रवार की रात छुड़ाया। बच्चों को घूमाने के नाम पर राजस्थान से दुर्ग में लाया गया था। उन्हें आइसक्रीम बेचने के काम में लगाया गया था।

बाल संरक्षण विभाग की टीम ने शुक्रवार रात करीब दस बजे के आसपास रेसक्यू ऑपरेशन चलाकर बच्चों को मुक्त कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार गजानंद मंदिर दुर्ग निवासी शिवलाल(36) और उसकी पत्नी ने तीनों बच्चों को करीब डेढ़ माह से अपने घर में बंधक बनाकर रखा था। शिवलाल दोनों बच्चों को राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के असीन गांव से दुर्ग लेकर आया था।

उसने बच्चों के परिजनों को घूमाने मध्यप्रदेश ले जाने का झांसा दिया था। बच्चों को बंधक बनाने की जानकारी मिलने के बाद बाल संरक्षण विभाग के अधिकारी गजानंद नगर स्थित शिवलाल के मकान में नजर रखे हुए थे। शुक्रवार रात करीब 10 बजे अधिकारियों ने रेसक्यू ऑपरेशन चलाया और बच्चों को छुड़ाया।

बच्चों की उम्र क्रमशः11,12 और 13 वर्ष बताई गई है। बंधक बनाए गए बच्चे अभी दहशत में हैं और कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं हैं। कार्रवाई के दौरान बाल संरक्षण विभाग के अधिकारियों के अलावा चाइल्ड हेल्प लाइन टीम के सदस्य और भाजयुमो नेता राजेन्द्र पाध्ये भी मौके पर मौजूद थे।

ठेला लगवाकर बिकवा रहा था आइसक्रीम

बाल संरक्षण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शिवलाल और उसकी पत्नी बच्चों से शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में ठेला लगवाकर आइसक्रीम बेचने के काम पर लगा रखा था। बंधक बनाने वाला शिवलाल हर एक घंटे के बाद बच्चों के पास जाता था और उनसे बेचे गए आइसक्रीम के पैसे ले लेता था।

दिनभर में देते थे एक समय भोजन

बंधक बनाकर रखे गए बच्चों को दिनभर में एक बार रात के समय ही भोजन ही दिया जाता था। इसके अलावा उनसे मारपीट भी की जाती थी। रात में बच्चों को एक कमरे में बंद कर दिया जाता था। बच्चों के सोने के बाद कमरे के बाहर ताला लगा दिया जाता था। ताला लगाने के बाद पति, पत्नी दोनों दरवाजे के सामने सोते थे। शिवलाल जिस मकान में रहता है वह किराए का है।

बच्चों को कराया भोजन

बच्चों को छुड़ाने के बाद अधिकारी उन्हें स्टेशन रोड स्थित एक होटल लेकर गए। वहां बच्चों को भरपेट भोजन कराया। उसके बाद उन्हें बाल संरक्षण विभाग के पांच बिल्डिंग स्थित बाल सुधार गृह ले जाया गया। बच्चों की शनिवार को काउंसलिंग कराई जाएगी।

बच्चों को रखा था बंधक बनाकर

राजस्थान से तीन बच्चों को दुर्ग लाकर करीब डेढ़ माह से बंधक बनाकर रखा गया था। बंधक बनाए जाने की सूचना पर शुक्रवार रात रेसक्यू ऑपरेशन चलाकर बच्चों को छुड़ाया गया। मामले में बंधक बनाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए श्रम विभाग और पुलिस को पत्र लिखा जाएगा। बंधक बनाए गए बच्चों से मारपीट भी की जाती थी। -सुरेन्द्र कौशिक, जिला बाल संरक्षण अधिकारी दुर्ग

 

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