मेडिकल कॉलेज में रैगिंग, जाति पूछ कर छात्रा को किया परेशान

पटना : पीएमसी, आइजीआइएमएस के बाद अब नालंदा मेडिकल कॉलेज (एनएमसी) में 2015-16 बैच की छात्रा के साथ रैगिंग हुई है. पीड़िता एक डॉक्टर की बेटी है, जिसे पिछले एक सप्ताह से परेशान किया जा रहा है. मामला दो दिन पहले का है. छात्रा को क्लास में पीछे बैठने को कहा गया और उससे जाति पूछ कर उसके साथ गाली-गलौज की गयी. छात्रा को इस तरह से परेशान किया गया कि वह कॉलेज जाने से घबराने लगी और रात में उसकी नींद तक गायब हो गयी.

छात्रा ने जब रैगिंग की घटना के बारे में अपनी मां को बताया, तब इसकी शिकायत छात्रा के भाई ने एमसीआइ को ऑनलाइन की. शिकायत के बाद एमसीआइ ने कॉलेज के रैगिंग सेल व प्राचार्य को पत्र भेजा. इसके बाद गुरुवार को रैगिंग सेल की मीटिंग हुई और सभी छात्राओं से बारी-बारी से पूछताछ की गयी. जानकारी के मुताबिक कमेटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है और उसे शुक्रवार को एमसीआइ को भेज दी जायेगी. वहीं पीड़िता का कहना है कि मैं आरोपितों को पहचान सकती हूं. वह वर्ष 2013 बैच का है.

कोई लड़की नहीं आयी सामने

रैगिंग को लेकर एमसीआइ में एक शिकायत की गयी है, जिसके बाद सभी लड़कियों से पूछा गया है, लेकिन किसी ने रैगिंग होने की बात नहीं कही है. टीम ने जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है. रिपोर्ट शुक्रवार को एमसीआइ भेज दी जायेगी. फिलहाल प्राचार्य कार्यालय में किसी ने अब तक शिकायत नहीं की है.

– डॉ शिवकुमारी, एनएमसी प्राचार्या

आरोपितों को पहचान सकती हूं

मेरे साथ रैगिंग हुई है. इससे इतनी सहम गयी कि कॉलेज जाने में डर लग रहा था. न पढ़ाई में मन लग रहा था और न रात में नींद आ रही थी. घर में जानकारी दी तो मेरे भाई ने इसकी शिकायत एमसीआइ से की है. पूछताछ में मैंने प्राचार्या को कहा कि एक दिन का समय दें, तो मैं आरोपितों को पहचान सकती हूं.

– छात्रा, एनएमसी, 2015-16 बैच

रैगिंग का रोग

पीएमसी

पीएमसी में पिछले एक माह के भीतर रैगिंग की दो घटनाएं हुई थीं. इन मामलों में दोषियों की पहचान भी कर ली गयी, लेकिन आरोपित छात्रों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है. यहां तक कि छात्रों के इकट्ठा होने की चाय की दुकान भी नहीं हटायी गयी.

आइजीआइएमएस

आइजीआइएमएस में रैगिंग की घटना के बाद छात्र ने ऑनलाइन शिकायत की थी. इसके बाद रैगिंग सेल ने उन छात्रों की काउंसेलिंग की और दोषी तीन छात्रों को सात दिनाें के लिए क्लास से सस्पेंड कर दिया गया था.

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