उन्होंने बैंक की दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित शाखाओं में मुद्रा योजना के तहत स्वीकृत लोन का चेक तथा मुद्रा कार्ड लाभार्थियों को सौंपा।
वित्त मंत्री ने बताया कि योजना के तहत अभी तक 37 लाख लोगों को 24,000 करोड़ रुपये का वितरण किया जा चुका है। जेटली के अनुसार नौकरी के लिए लोग संगठित क्षेत्र की तरफ देखते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि नौकरी उपलब्ध कराने में असंगठित क्षेत्र आगे हैं।
अभी संगठित क्षेत्र में दो करोड़ लोगों को ही रोजगार मिला है, जबकि असंगठित क्षेत्र के तहत रेहड़ी-पटरी पर दुकान लगाने वाले या छोटा कारोबार चलाने वाली इकाइयां ही 5.77 करोड़ हैं। इनमें करीब 11 करोड़ लोगों को रोजगार मिला हुआ है।
वित्त मंत्री ने बताया कि जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी, तब देश के सिर्फ 58 फीसदी परिवारों के पास ही बैंक खाते की सुविधा उपलब्ध थी। इसलिए प्रधानमंत्री जन धन योजना की शुरूआत की गई ताकि देश के हर परिवार में कम से कम एक व्यक्ति का बैंक में खाता हो।