पंजाब में किसानों को 15 व 80 रुपये का मुआवजा

संदीप सिह धामू, बठिडा। पंजाब में सफेद मक्खी की वजह से कपास की फसल बर्बाद हो गई है। इसको लेकर परेशान चल रहे किसानों के जख्म पर प्रदेश सरकार ने भी नमक छिड़कने का काम किया है। मुआवजे के नाम पर किसी किसान को 15 रुपये का चेक दिया गया है तो किसी को 80 रुपये का।

इससे ज्यादा पैसे तो बैंक जाकर इस चेक को भुनाने में लग जाएगा। पंजाब सरकार की कार्यशैली पर किसानों ने रोष जाहिर किया है। शुक्रवार को किसानों के राज्य स्तरीय धरने में पहुंचे किसान गुलजार सिंह ने 15 रुपये मुआवजे का चेक दिखाया। तलवंडी तहसील के किसान हरपाल सिह को 80 रुपये का चेक मिला है।

हरपाल का कहना है कि उसका बठिडा के कोआपरेटिव बैंक में खाता है। मुआवजा चेक पंजाब नेशनल बैंक तलवंडी साबो का है। चेक बाहरी शहर का होने पर क्लीयरिग चार्ज (आउट स्टेशन) के रूप में 25 रुपये वसूले जाएंगे, जिसके बाद उसे सिर्फ 55 रुपये मिलेंगे। इस संबंध में जिला राजस्व अधिकारी अवतार सिह का कहना है कि जो साझा खाते हैं उनके परिवार के कई सदस्य भागीदार होते हैं। उन्हें मुआवजा चेक बराबर हिस्से में बांट कर दिए जाते हैं। ऐसे मामलों में कम मुआवजा मिलने की संभावना रहती है।

चेक शीशे में जड़वा कर रख लें

एक बैंक अधिकारी से जब पूछा गया कि 15 रुपया मुआवजा पाने वाले किसान को अगर क्लीयरेंस चार्ज देना पड़ा तो उसके पल्ले क्या पड़ेगा। इस पर उनका जवाब था कि ऐसा चेक लगाने की क्या जरूरत है। चेक शीशे में जड़वा कर यादगार के तौर पर रख लेना चाहिए।

अड़े किसान

कपास की बर्बाद फसल के उचित मुआवजे की मांग को लेकर चल रहे राज्य स्तरीय धरने पर किसान द्वारा जहर खाकर आत्महत्या करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। धरने के नौवें दिन किसान संगठन मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और कर्ज माफी की मांग को लेकर अड़े गए। चेतावनी दी कि जब तक मांग पूरी नहीं होती तक तक संस्कार नहीं किया जाएगा।

 

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