मनावर (धार, मध्यप्रदेश)। सार्वजनिक कार्यों के लिए सरकार की ओर मुंह ताकने के बजाय समीपी ग्राम गुलाटी में क्षतिग्रस्त एक पुलिया की मरम्मत करने का बीड़ा 80 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों ने उठाया। करीब 7 वर्ष से यह पुलिया क्षतिग्रस्त थी। बालीपुर व गुलाटी के ग्रामीणों द्वारा जनसहयोग से किया गया पुलिया की मरम्मत का यह कार्य प्रेरणा की मिसाल बन गया है। तीन दिन में पुलिया की दशा बदल गई।
ग्राम गुलाटी में वर्ष 2008 में सड़क निर्माण के दौरान गुलाटी और बालीपुर के बीच आवागमन में सुविधा की दृष्टि से पुलिया का निर्माण किया गया था। कार्य गुणवत्ता का नहीं होने से जल्द ही इस पुलिया में धीरे-धीरे एक से डेढ़ फीट तक के गड्ढे पड़ गए थे। इससे राहगीरों एवं वाहन चालकों को आने-जाने में परेशानी उठाना पड़ रही थी।
सरकारी विभागों की उदासीनता एवं उपेक्षा को देखकर ग्राम गुलाटी के 80 से अधिक आयु के बुजुर्गों वृक्ष मित्र लुणाजी काग, खेमाजी गेहलोत, दीपाजी बर्फा, धन्नाजी मुकाती, वालाजी मुकाती तथा वीरू बाई ने जनसहयोग से इस पुलिया की मरम्मत का बीड़ा उठाया। इसके लिए इनके द्वारा सहयोग राशि जुटाई गई।
ग्राम गुलाटी से 15 हजार रु., ग्राम पंचायत बालीपुर से 13 हजार की रुपए के अलावा बालीपुर आश्रम के ट्रस्टी राधेश्याम मुलेवा ने 20 बोरी तथा मनावर नगर पालिका अध्यक्ष राजकुमार जैन ने 10 बोरी सीमेंट का सहयोग दिया। इसके बाद पुलिया की मरम्मत का कार्य आरंभ हो गया। 11 सितंबर को कार्य आरंभ किया और 13 सितंबर को मरम्मत पूरी कर दी। तीन दिनों की मेहनत के बाद पुलिया की दशा बदल दी। इन बुजुर्गों के इस प्रेरणादायी कार्य की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है।
जारी रखेंगे सुधार
बुजुर्गों ने बताया कि पुलिया की हालत ज्यादा खराब हो रही थी। इसलिए हमने ही पुलिया सुधार का निर्णय लिया और जनसहयोग से काम को अंजाम तक पहुंचाया। इसे एक मुहिम की तरह जारी रखेंगे। हमारे साथ और भी लोगों को जोड़ेंगे तथा जहां तक संभव होगा सुधार कार्य को जनसहयोग से करते रखेंगे। -निप्र