पीएमओ के निर्देश पर उजागर हुआ खनन विभाग का रिश्वत कांड

जयपुर। राजस्थान सरकार के खान विभाग में ढ़ाई करोड़ के रिश्वत कांड का खुलासा प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर हुआ था। अभी भी कई आइएएस अधिकारी ऐसे हैं जिनकी स्क्रीनिंग पीएमओ करा रहा है।

हालांकि राज्य सरकार का दावा है कि भ्रष्ट आइएएस अधिकारी एवं खान विभाग के अन्य अफसरों के खिलाफ कार्रवाई उन्होंने ही कराई है। राज्य के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि पीएमओ ने नहीं, बल्कि राज्य सरकार ने यह कार्रवाई कराई।

खान विभाग को लेकर लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। खान सचिव अशोक सिंघवी खान मंत्री राज कुमार रिणवा के पास फाइल ही नहीं भेजते थे। स्वंय ही बड़े निर्णय कर लेते थे। सूत्रों के मुताबिक माइनिंग लॉबी ने पीएमओ को करीब छह महीने पहले पत्र लिखा था।

जिसमें बताया गया था कि कैसे माइनिंग ऑफिसर उनको परेशान कर रहे हैं। इस बीच एसीबी ने शनिवार सुबह से इन सभी आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है। सभी से अलग-अलग पूछताछ की जा रही है। एसीबी ने अशोक सिंघवी के बैंक खातों और लॉकरों की जांच भी की।

एसीबी सूत्रों का कहना है कि खान विभाग के बड़े अधिकारियों और खान माफिया के बीच गठजोड़ को उजागर करने के लिए एसीबी दो माह से अशोक सिंघवी सहित सभी लोगों के फोन टैप कर रही थी।

इस बीच शनिवार को एसीबी अशोक सिंघवी को उनके बैंक लेकर पहुंची और खातों तथा लॉकरों की जांच की। बताया जा रहा है कि खाते और लॉकर सीज कर दिए गए हैं।

सिंघवी के लॉकर से निकली भारी मात्रा में ज्वेलरी

राजस्थान के खनन विभाग में सामने आए घूसकांड के आरोपी प्रमुख सचिव अशोक सिंघवी के लॉकर से शनिवार को एसीबी को बड़ी मात्रा में ज्वेलरी मिली। सिंघवी के ओरिएंटल बैंक स्थित तीन लॉकरों से क्रमशः 56 लाख, 84 लाख और 90 लाख रुपये की ज्वेलरी मिली।

वहीं एचडीएफसी बैंक के लॉकर से 20 लाख रुपये की ज्वेलरी मिली। आइसीआइसीआइ बैंक के लॉकर से एक रिवॉल्वर निकली है। इस तरह 16 सितंबर की सर्च सहित अब तक तीन करोड़ रुपये की ज्वेलरी के साथ रोलेक्स की सोने की घड़ी, डायमंड ज्वेलरी, डायमंड पीसेस, प्लेटिनम ज्वेलरी और व्हाइट गोल्ड ज्वेलरी बरामद हो चुकी है।

वहीं ऐसी भी सूचना है कि रिश्वत कांड का खुलासा प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर हुआ था। अभी भी कई आइएएस अधिकारी ऐसे हैं जिनकी स्क्रीनिंग पीएमओ करा रहा है। हालांकि राज्य सरकार का दावा है कि भ्रष्ट आइएएस अधिकारी एवं खान विभाग के अन्य अफसरों के खिलाफ कार्रवाई उन्होंने ही कराई है।

 

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