डीडीसी विनोद कुमार व घाटशिला के एसडीओ भुवनेश प्रताप सिंह ने बुधवार को इसकी जानकारी दी़ अधिकारियों ने बताया कि गुड़ाबांदा के मुड़ाठाकुरा स्थित लोयोला स्कूल ने लुगनी के बेटे को पढ़ाने की इच्छा जतायी है़ वहां उसका दाखिला कराया जायेगा. आगे की पढ़ाई के लिए नवोदय विद्यालय में प्रयास किया जायेगा.
गांव में कुएं का निर्माण होगा
अधिकारियों ने बताया कि बेटे के लिए लुगनी को स्पांसरशिप योजना से दो हजार रुपये देने का निर्णय लिया गया है. उपायुक्त डॉ अमिताभ कौशल के निर्देश पर लुगनी व उसके परिवार को मदद के लिए समेकित प्लान तैयार किया गया है. उसे धोती-साड़ी, कंबल और 50 किलो चावल प्रदान किया जा रहा है. लुगनी के नाम भूमि बंदोबस्ती नहीं होने के कारण उसे पांच डिसमिल जमीन देने का निर्णय लिया गया है़ लुगनी ने कुआं नहीं होने की बात कही थी.
13 वें वित्त आयोग की राशि से 90 हजार की लागत से सिंचाई के लिए एक कुआं बनाया जायेगा. लुगनी को समूह (महिला एसएचजी) में शामिल कर एनआरएलएम (राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) से एक माह के अंदर रिवाल्विंग फंड की राशि दी जायेगी और लोन दिया जायेगा, ताकि आजीविका चला सके. समूह से जोड़ने के बाद लुगनी को जन वितरण प्रणाली के तहत राशन दुकान प्रदान की जायेगी.
चापानल व शौचालय का होगा निर्माण
अधिकारियों ने बताया कि एचसीएल द्वार सीएसआर के तहत 67 हजार की लागत से गांव में लुगनी के घर के पास चापानल लगाया जायेगा़ 25 हजार की लागत से सामुदायिक शौचालय बनाया जायेगा. एचसीएल 10 हजार रुपये के बच्चे का खिलौना, घर का बरतन और अन्य सामान देगा.
लुगनी को स्वामी विवेकानंद नि:शक्त प्रोत्साहन योजना के तहत 400 रुपये की पेंशन दी जाती थी, जिसे समाप्त कर अब राज्य नि:शक्तता पेंशन के तहत 200 रुपये ज्यादा 600 रुपये दिये जायेंगे. लुगनी की मां और परिवार के अन्य सदस्यों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से निबंधित किया जा रहा है. डीडीसी ने बताया कि अधिकतर सामान गुरुवार तक मिल जायेंगे.
– नक्सली ने किया था दुष्कर्म
गुड़ाबांधा के जियान निवासी लुगनी (बदला हुआ नाम) दो पैर से नि:शक्त है़ नक्सली गुलाछ मुंडा ने उसके साथ दुष्कर्म किया था़ इससे वह एक बेटे की मां बनी गयी थी़ उसका बेटा अभी तीन साल का है़ प्रभात खबर ने एक सितंबर के अंक में लुगनी की कहानी प्रकाशित की थी़ लुगनी की स्थिति देख राज्यपाल द्रौपदी मुरमू काफी मर्माहत हुई है़ उन्होंने लुगनी के बेटे का लालन-पालन करने की बात कही है़
ये भी करेंगे मदद
– सीएसआर के तहत एचसीएल लुगनी के घर के पास चापानल लगायेगा
– एचसीएल की ओर से 10 हजार रुपये का सामान और बेटे को खिलौना दिया जायेगा
–आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से दो डिसमिल जमीन दी जायेगी
– आर्ट ऑफ लिविंग उसके बेटे को प्रति माह 600 रुपये की मदद करेगा
डीआइजी और एसएसपी घर जाकर मिले
कोल्हान के डीआइजी आरके धान, पूर्वी सिंहभूम के एसएसपी अनूप टी मैथ्यू आैर सीआरपीएफ के उप कमांडेंट सूर्यकांत सिंह ने बुधवार को लुगनी से उसके घर जाकर मुलाकात की़ उसे कपड़े और आर्थिक सहायता प्रदान की़ डीआइजी ने बताया : लुगनी एक नि:शक्त महिला है. पुलिस उसका ख्याल रखेगी. पुलिस उसे अहसास जताने आयी है कि उसके पुत्र की मदद के लिए पुलिस तैयार है, ताकि वह पढ़ लिख कर बेहतर इनसान बन सके.