कृषि मंत्रालय का नाम होगा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय

किसानों की जरूरतों व उनकी व्यक्तिगत दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए सात दशक पुराने कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यह घोषणा की। लालकिले की प्राचीर से 69वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में मोदी ने कृषि उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया और कहा कि सरकार फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिये हरसंभव प्रयास कर रही है।

कृषि क्षेत्र की कुल वृद्धि के लिए किसानों के कल्याण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार मौजूदा कृषि मंत्रालय का नाम बदलकर कृषि व विकास कल्याण मंत्रालय करेगी। मोदी ने कहा कि ग्रामीण और कृषि विकास तभी पूर्ण हो सकता है जबकि किसानों का कल्याण सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के सामने आ रही उनकी कुछ निजी समस्याओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाएगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में कृषि के विकास की योजना के अलावा किसानों के विकास भी योजनाएं होंगी और सरकार किसानों के निजी जीवन में होने वाली समस्याओं को दूर करने की दिशा में काम करेगी। आजादी से पहले भारत में राजस्व, कृषि एवं वाणिज्य विभाग था जिसकी स्थापना जून 1871 में हुई थी। इसके बाद 1881 में इसे पुनगर्ठित कर राजस्व एवं कृषि विभाग को अलग कर दिया गया लेकिन 1923 में शिक्षा और स्वास्थ्य को इसमें शामिल कर – शिक्षा, स्वास्थ्य और भूमि – कर दिया गया। इसके बाद 1945 में इसे तीन अलग अलग विभागों कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य में बांट दिया गया। कृषि विभाग को अगस्त 1947 में कृषि मंत्रालय में तब्दील किया गया।

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