जगदलपुर/रायपुर/बिलासपुर (ब्यूरो)। पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षा में प्रदेश के शिक्षामंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह किसी और महिला के परीक्षा देने का मामला सामने आया है। मामले के उजागर होने के बाद परीक्षा केंद्र के केंद्राध्यक्ष व मुक्त विश्वविद्यालय के समन्यवय ने चुप्पी साध ली है।
बताया गया है कि तहसीलदार के निरीक्षण में यह गड़बड़ी पकड़ी गई लेकिन इसके बावजूद उक्त फर्जी महिला (मुन्नी बहन) परीक्षार्थी को पर्चा हल करने के बाद चुपचाप जाने दिया गया। इधर सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति बंशगोपाल सिंह ने इस मामले की जांच के लिए दो सदस्यीय कमेटी बना ली है जो बुधवार से ही इसकी जांच शुरू कर देगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय की एमए अंतिम अंग्रेजी की परीक्षा थी। इसके लिए बस्तर जिले के लोहंडीगुड़ा ब्लॉक मुख्यालय स्थित शासकीय हाईस्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। दोपहर दो से 5 बजे तक आयोजित उक्त परीक्षा में प्रदेश के शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की पत्नी शांति कश्यप का नाम भी परीक्षार्थियों की सूची में शामिल था। उन्हें रोल नंबर 66863 के साथ प्रवेश पत्र जारी किया गया था। परीक्षा संचालन से जुड़े सूत्रों ने नईदुनिया से बताया कि दोपहर को भारी भीड़ के बीच एक महिला परीक्षार्थी भी परीक्षा भवन में जाकर बैठी और पर्चा हल करने लगी।
प्रवेश पत्र में परीक्षार्थी का फोटो होता है लेकिन परीक्षा संचालन करने वालों ने फोटो पर ध्यान नहीं दिया। मंत्री की पत्नी की जगह अन्य परीक्षार्थी के शामिल होने का खुलासा तब हुआ जब दोपहर करीब 3 बजे तहसीलदार गुलाबचंद कौशिक इस केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे। तहसीलदार के निरीक्षण के दौरान गड़बड़ी पकड़ में आ गई लेकिन पूछताछ के बाद उक्त फर्जी परीक्षार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका जमा कराकर चलती बनी।
कहा जा रहा है कि मंत्री की पत्नी की जगह जो परीक्षार्थी परीक्षा दे रही थी वह मंत्री की करीबी रिश्तेदार है इसीलिए उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। मुक्त विश्वविद्यालय के ब्लॉक समन्यवयक श्री मल्ल व केंद्राध्यक्ष हेमराव खापर्डे ने इस मामले में चुप्पी साध ली है और मीडिया से बचते नजर आए। इधर तहसीलदार श्री कौशिक का कहना है कि वे रूटीन जांच में केंद्र गए थे और वहां कोई अनियमितता नहीं पाई गई है।
लेकिन परीक्षा संचालन से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उक्त महिला ने डेढ़ घंटे में सवालों को हल किया और अपनी उत्तर पुस्तिका जमा करवाकर गई है। कहा गया है कि चूंकि उत्तर पुस्तिका केंद्र की कस्टडी में है इसलिए मामले की जांच की जाएगी और अगर गड़बड़ी साबित हुई तो दोषी फर्जी परीक्षार्थी पर एफआईआर भी दर्ज कराई जा सकती है। मामले की शिकायत मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति से की गई है।
जानकारी नहीं: केदार कश्यप
इस मामले में शिक्षा मंत्री केदार कश्यप से रात 9.15 बजे चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि इस मामले की उन्हें अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। जानकारी मिलने के बाद वे चर्चा करेंगे। परीक्षा में फर्जीवाड़ा का यह मामला मंगलवार को दोपहर करीब 3 बजे ही उजागर हो गया था।
किरण मौर्या जो शिक्षा मंत्री की पत्नी शांति कश्यप की जगहपरीक्षा दे गई वह युवती शिक्षा मंत्री केदार कश्यप की नज़दीकी रिश्तेदार है । किरण नर्स है और भानुप्रतापपुर में पदस्थ है । ऐसा बताया जा रहा है कि तस्वीर परीक्षा के दिन की ही है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हुई है ।
जांच रिपोर्ट 24 घंटे में
जगदलपुर क्षेत्रीय कार्यालय से एक परीक्षार्थी के बदले दूसरे परीक्षार्थी द्वारा परीक्षा देने का मामला सामने आया है। इसकी जांच के लिए दो सदस्यीय समिति बनाई गई है और 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी गई है। परीक्षा के दौरान लिए गए फोटोग्राफ्स भी मंगाए गए हैं। -डॉ. बंश गोपाल सिंह, कुलपति, पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विवि
मंत्री को करें बर्खास्त: कांग्रेस
छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री केदार कश्यप की पत्नी की जगह अन्य महिला द्वारा परीक्षा दिए जाने के मामले में कांग्रेस ने मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह छत्तीसगढ़ के छात्र समुदाय के भविष्य के साथ खिलवाड़ का मामला है। यदि स्कूल शिक्षा मंत्री के परिजन इस तरह की घटनाओं में सीधे संलिप्त है तो प्रदेश के शिक्षा जगत की स्थिति की कल्पना की जा सकती है।
क्या यही है आउटसोर्स?
कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने आउटसोर्स की बात कही थी। यही आउट सोर्सिंग है? इसी शासन के मंत्रियों ने कांग्रेस के एक जनप्रतिनिधि की शिक्षा को लेकर आपत्तिजनक बातें कही थी। यदि भाजपा सरकार का आचरण ऐसा है तो इनसे शिक्षा के क्षेत्र में कोई आशा नहीं की जा सकती है।