नक्सली बताकर पुलिस ने की हत्या, हजारों ग्रामीणों ने लगाया आरोप

नकुलनार/रायपुर (ब्यूरो)। 29 जुलाई को शहीदी सप्ताह के दूसरे दिन दंतेवाड़ा जिले के नहाड़ी में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ को ग्रामीणों ने फर्जी बताते ग्रामीणों की हत्या करने का आरोप लगाया है। मुठभेड़ में पुलिस ने पोदिया हेमला को मार गिराया था। साथ ही, दो भरमार समेत अनेक सामग्री बरामद की गई थी। शनिवार को नहाड़ी ग्राम के मुंडीपारा में दस पंचायतों के हजारों ग्रामीणों ने एकत्र होकर मुठभेड़ का विरोध किया।

 

पूर्व नक्सली था मृतक
ग्रामीणों ने बताया कि पोदिया हेमला पूर्व में नक्सली संगठन से जुड़ा था किन्तु विगत तीन वर्ष से संगठन से उसने स्वयं को अलग कर लिया था। वह परिवार के साथ नहाड़ी के मुण्डीपारा में जीवन यापन कर रहा था। घटना के प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बुधवार को मृतक खेत में काम कर रहा था जहां पुलिस ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
ग्रामीणों की जमकर की पिटाई
आरोप है कि मुठभेड़ के बाद पुलिस ने महिलाओं समेत बच्चों पर जमकर लाठियां चलाई जिसमें 40 से अधिक ग्रामीणों को चोटें आई हैं। चोट के निशान आज तक नहीं मिटे हैं। नहाड़ी की 65 वर्ष की बुजुर्ग महिला को भी जमकर पीटा जो खाट से उठ नहीं पा रही है। ग्रामीणों ने गोंडेरास में भी पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्वक ग्रामीणों को पीटने का आरोप लगाया है।
पुलिस में भर्ती का विरोध
लामबंद ग्रामीणों ने पुलिस विभाग में आत्मसमर्पित नक्सलियों को नौकरी देने व बंदूक थमाने का विरोध किया है। नक्सली संगठन छोड़ मुख्यधारा में लौटे बदरू, किरण, हुर्रा व बामन पर ग्रामीणों को जबरन नक्सली बताकर मारपीट व हत्या करने का आरोप भी लगाया है।
ग्रामीणों ने पुलिस द्वारा रैली न करने व आप नेता सोनी सोरी का साथ देने से मना करने का आरोप भी लगाया है। इस दौरान मौजूद आम आदमी पार्टी की नेता सोनी सोरी ने मुठभेड़ की वास्तविकता जानने के लिए जांच की मांग की है। इस मामले में दंतेवाड़ा एसपी कमलोचन कश्यप का कहना है कि मुठभेड़ की बात ग्रामीण भी स्वीकार कर रहे हैं, केवल सोनी सोरी ही इसे फर्जी बता रही हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *