बारिश से 4 राज्यों में तबाहीः 110 की मौत, बंगाल सबसे ज्यादा प्रभावित

नई दिल्ली. बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालातों के कारण देश के कई राज्यों में तबाही मच गई है। बंगाल और ओडिशा बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। शनिवार को बारिश के बाद कोलकाता के अधिकांश हिस्से पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। सड़कों पर पानी भर गया है। कोलकाता और सियालदह स्टेशनों में भी पानी भर गया है जिसके कारण ट्रेनों की सर्विस ठप पड़ गई है। वहीं, गुजरात, राजस्थान और ओडिशा में पहले से ही बारिश ने तबाही मचा रखी है। बारिश के कारण 70 गुजरात में और बंगाल में 40 लोगों की मौत हो चुकी है। ओडिशा में चार लाख लोग प्रभावित हैं। ‘कोमेन’ साइक्लोन के कमजोर पड़ने के बाद भी पूर्वी भारत पर शनिवार और रविवार को भारी बारिश का खतरा है।
ओडिशा में फ्लड अलर्ट
ओडिशा सरकार ने गुरुवार को ही साइक्लोन को देखते हुए राज्य में फ्लड अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य के स्पेशल रिलीफ कमिश्नर (एसआरसी) जीवीवी शर्मा ने कहा, ”साइक्लोन कोमेन के की आशंका को देखते हुए हमने जिलों को अलर्ट पर रहने को कहा है। कोमेन के कारण दो-तीन दिनों में राज्य के उत्तरी जिलों में भारी बारिश की आशंका है।”
इधर, बांग्लादेश के तटीय इलाकों से टकरा जाने के कारण साइक्लोन कोमेन की रफ्तार कम हो गई है। इससे बंगाल और ओडिशा में कम से कम तबाही की उम्मीद की जा रही है। आईएमडी में साइक्लोन डिवीजन के हेड मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, ”1-2 अगस्त तक बंगाल और ओडिशा में भारी बारिश का खतरा बरकरार है। ओडिशा में साइक्लोन के कारण ही शुक्रवार को भारी बारिश हुई है। इसके अलावा मिजोरम, त्रिपुरा और असम में भी बारिश हो सकती है।”
गुजरात की डेयरी इंडस्ट्री हुई प्रभावित
उत्तर गुजरात में भारी बारिश का असर डेयरी इंडस्ट्री पर पड़ा है। अकेली बनास डेयरी की सप्लाई 28 लाख लीटर घट गई है, जो बारिश के पहले 31 लाख लीटर थी। बनासकांठा जिले की पांच तहसीलों में बाढ़ जैसे हालात है। कई इलाकों में मवेशी बह गए हैं। इसके कारण डेयरी में दूध का कलेक्शन ठप है। कच्छ में दूध की गिरावट 50 फीसदी घट गई है। इसका असर मुख्य शहर भुज में दिख रहा है। लोग दूध के दोगुने दाम वसूल रहे हैं।
राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात, सेना बुलाई गई
भारी बारिश के चलते राजस्थान के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। जालोर के सांचोर में बाढ़ जैसे हालात के कारण मदद के लिए सेना बुलाई गई है। लगातार बारिश होने के कारण गांवों में घर पानी में डूबे हुए हैं। लोग घरों की छत पर बैठे राहत का इंतजार कर रहे हैं। झालावाड़ में कालीसिंध समेत अन्य नदियों में उफान के कारण आसपास के गांवों में पानी घुस गया है। शेखावाटी में शुक्रवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। (राजस्थान में बारिश से तबाही की डिटेल खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
बारिश में बह गई सड़कें, 92 करोड़ रु. का नुकसान
जालौर जिले में करीब 1360 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त होने केसाथ 92 करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है। आबूरोड-माउंट आबू मार्ग और आबूरोड-अंबाजी मार्ग पर भी अभी तक यातायात सुचारू नहीं हो पाया है।

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