कुपोषण की शिकार बेटी का गला घोंटा फिर खुद ने लगाई फांसी

गोहद (भिंड)। कुपोषण की शिकार 5 साल की बेटी का इलाज नहीं करा पा रहे पिता ने गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हादसे के समय बच्ची की मां मायके में थी।

घटना हनुमंतपुरा (गोहद) में मंगलवार दोपहर 2 बजे की है। हनुमंतपुरा के दामोदर जगदीश गोले (30) ने मंगलवार सुबह करीब 9 बजे 5 साल की बेटी मानसी का गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद बेटी के शव को घर के बगल में दफना दिया।

दोपहर करीब 1 बजे वह गांव के लोगों के पास पहुंचा और कहा कि बेटी की मौत हो गई थी, उसे मैंने दफना दिया है। इस पर ग्रामीणों ने शव निकलवाया और उसे घर के आंगन में ही रख दिया। इस बीच गांव के कोटवार को पुलिस को सूचना देने भेजा गया। गांव वाले आरोपी को छोड़कर इधर-उधर हुए तो उसने घर में फांसी लगा ली।

पुलिस पहुंची तो बच्ची का शव आंगन में और आरोपी फांसी पर लटका मिला। ग्वालियर में रहने वाले दामोदर के भाई धर्मेंद्र ने मानसी को इलाज के लिए अपने पास बुलाया था, लेकिन उससे पहले ही पिता ने उसकी जान ले ली। गोहद थाना टीआई सुनील खेमरिया के अनुसार मृतक पिता पर हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।

पीएम में आया, गला घोंटकर की हत्या

गोहद अस्पताल में पुलिस ने मानसी का पीएम कराया। इसमें पता चला कि बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई है। पीएम करने वाले डॉक्टर आलोक शर्मा का कहना है कि मानसी कुपोषण का शिकार भी थी।

पत्नी 2 बेटों के साथ गई मायके

दामोदर गोले की शादी 2006 में गाता गांव निवासी मिथलेश के साथ हुई थी। परिवार में पत्नी के अलावा बेटी मानसी, बेटे अतुल और अंशु हैं। दामोदर जयपुर में 2 साल पहले पीओपी का काम करता था। अब वह बेरोजगार और शराब का आदी था। सात दिन पहले झगड़ा हुआ तो पत्नी दोनों बेटों को साथ लेकर मायके चली गई।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *