राजधानी दिल्ली समेत देश के अन्य शहरों में प्याज की कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंचने के बाद सरकार ने पाकिस्तान, चीन, मिश्र से 10,000 टन प्याज आयात करने का आदेश दिया है। हालांकि,एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्याज कीमतों से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि देश में इसका स्टॉक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
देश में प्याज की कीमतों का रुख तय करने वाली थोक मंडी नासिक के लासलगांव में प्याज की कीमत महीने की शुरूआत के बाद से 15 रुपये प्रति किलोग्राम से 66 प्रतिशत बढ़कर 25 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी है।
वहीं दिल्ली के थोक बाजार में प्याज की कीमत पिछले सप्ताह के 20 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 42 रुपये प्रति किलो हो गयी है। मडर डेरी� दिल्ली में प्याज 38.90 रुपए प्रति किलो और पैक्ड प्याज 40 रुपए प्रति किलो की दर से बेच रही है।
केन्द्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय कृषि सहकारिता विपणन महासंघ (नाफेड) ने आने वाले महीनों में 10,000 टन प्याज का आयात करने के लिए पहले ही निविदा जारी की है। नाफेड ने निविदा में कहा है कि नाफेड पाकिस्तान, चीन, मिश्र या अन्य किसी स्थान, जो भारतीय आयात नियमों का अनुपालन करता है, से करीब 10,000 टन प्याज का आयात करने के लिए निविदा आमंत्रित करता है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार तिरवनंतपुरम में प्याज का भाव 59 रुपये प्रति किलो है जिसके बाद वायानाड और एरनाकुलम में इसकी कीमत 55 रुपये प्रति किलो है। इसके अलावा दिल्ली में प्याज की कीमत 42 रुपये, कोलकाता में 34 रुपये और मुंबई में यह 31 रुपये प्रति किलो के हिसाब से उपलब्ध है।
वहीं ग्वालियर में प्याज 15 रुपये प्रति किलो है। भारत में प्याज की सालाना खपत करीब 165 लाख टन है जबकि इसका उत्पादन करीब 180 लाख टन है।
प्याज की कीमतों में आगे और वृद्धि की आशंका करते हुए सरकार ने पहले ही प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) को 425 डॉलर प्रति टन कर दिया है और निर्धारित समय से आगे प्याज की जमाखोरी पर प्रतिबंध को एक और वर्ष के लिए बढ़ा दिया है।