औरैया के अजीतमल थाना क्षेत्र के हैदरपुर गांव में फसल बर्बादी से क्षुब्ध किसान ने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल आग लगा ली। किसान की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ देर बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामाभर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
हैदरपुर गांव निवासी अवनेश कुमार दुबे (42 वर्ष) के पास तीन बीधे खेत है। उसने रबी सीजन में सात बीघा बलकट खेती करवाया था। ओलावृष्टि की ओर से फसल बर्बाद हो गई। इससे वह काफी दिनों से क्षुब्ध था। बताया जाता है कि शुक्रवार सुबह वह अपने खेत स्थित नलकूप पर गया और खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल आग लगा ली।
उसको जलता देख ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आग बुझाई, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। परिजनों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। हालांकि गांव में चर्चा यह भी है कि वह बीमारी की वजह से भी परेशान था। इस संबंध में तहसीलदार अजीतमल देवेंद्र कुमार ने बताया कि आग से जलकर मरे किसान के परिजनों की आर्थिक मदद की जाएगी।
आर्थिक तंगी ने किसान अवनेश को पूरी तरह से तोड़ दिया था। परिवार के सदस्यों की माने तो वह पिछले कई महीनों से गुमशुम सा रहने लगा था। अवनेश की हालत से परिवार के लोग भी परेशान थे, लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि अवनेश ऐसा आत्मघाती कदम उठा सकता है। पिता का शव देख पुत्री शोभा के आंसू छलक रहे थे। वहीं बड़ी बहन को रोता देख मोना भी सिसकियां भरने लगी। बहनों के आंखों में आंसू देख सत्यम व पदम दौड़कर कमरे के अंदर चले गए। मौजूद लोग सभी को ढांढस बंधाया।