केंद्र सरकार ने गंगा की सफाई के लिए 4,000 करोड़ रुपए आवंटित किए, हालांकि खर्च एक भी रुपया नहीं किया। ये खुलासा सूचना के अधिकार के तहत दाखिल की गई एक याचिका के जरिए हुआ है।
याचिका लखनऊ की छात्रा ऐश्वर्या ने दाखिल की थी। उल्लेखनीय है कि ऐश्वर्या इससे पहले भी आरटीआई याचिकाओं के जरिए कई अहम जानकारियां सामने ला चुकी हैं। ऐसी याचिकाएं दाखिल करते रहने के कारण ही उन्हें ‘आरटीआई गर्ल’ के नाम से जाना जाने लगा है।
ऐश्वर्या ने अपनी याचिका में सराकर ने गंगा की सफाई पर अब तक खर्च की गई राशि का ब्योरा मांगा था। जवाब में कहा कि गया है कि सरकार नमामि गंगा परियोजना के मद में 4,000 करोड़ रुपए आवंटित कर चुकी है। हालांकि मौजूदा वित्तीय वर्ष के पहली तिमाही में गंगा की सफाई पर एक भी पैसा खर्च नहीं हो पाया।
गंगा की सफाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महात्वाकांक्षी योजनाओं में से एक रही है। प्रधानमंत्री ने गंगा की सफाई के लिए ही अलग मंत्रालय बनाया है, जिसकी जिम्मेदारी उमा भारती को दी गई है।
ऐश्वर्या ने बताया कि उन्हें ये बताया गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगा की सफाई के लिए 20 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। पुष्टि के लिए ही 26 मई को उन्होंने याचिका दाखिल की थी।
ऐश्वर्या ने बताया कि यचिका के कहा गया कि गंगा के मुद्दे पर 27 अप्रैल, 2014 और 26 मार्च 2015 को दो बैठकें हुई थी। मौजूदा वित्तीय वर्ष में गंगा की सफाई के मुद्दे पर एक भी बैठक नहीं हुई।