सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, सांसदों को लजीज भोजन बहुत ही कम कीमत पर परोसने वाली संसद की कैंटीन को पिछले पांच वर्षों के दौरान 60.7 करोड़ रुपए की छूट (सब्सिडी) दी गई।
जानकारी के मुताबिक, इस कैंटीन में पूड़ी-सब्जी जैसे भोजन करीब 88 फीसदी की छूट के साथ हमारे माननीयों को परोसे जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, हमारे सांसद भत्तों के साथ करीब 1.4 लाख की प्रतिमाह कमाई कर रहे हैं।
कैंटीन में उन्हें फ्राइड फिश- 25 रुपए, कटलेट- 18 रुपए, सब्जियां-5 रुपए, मटन करी विद बोन-20 रुपए, मसाला डोसा-6 रुपए में बिक रहा हैं। इन पर क्रमश: 63, 65, 83, 67, 75 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है
संसद की कैंटीन में 76 प्रकार के व्यंजन परोसा जाते हैं। कच्चे माल समेत एक सब्जी तैयार करने में करीब 41.25 रुपए की लागत आती है, जबकि संसद भवन की कैंटीन में इन्हें महज 4 रुपए में परोसा जाता है।
इस हिसाब से देखें तो इस पर मिलने वाली सब्सिडी करीब 90 फीसदी ठहरती है। वहीं मांसाहारी भोजन करीब 66 फीसदी की सब्सिडी के साथ बेचा जा रहा है।
रोचक तथ्य यह है कि 20 दिसंबर 2010 के बाद संसद भवन की कैंटीन में परोसे जाने वाले भोजन की कीमतें नहीं बढ़ाई गई हैं। जबकि हमारे माननीयों का वेतन जब तब बढ़ता ही रहता है।