नारायणपुर। मरदेल में कोई भी व्यक्ति खुले में शौच जायेगा तो उससे 50 रुपए का जुर्माना ग्रामीणों के द्वारा लिया जायेगा और इसकी सूचना देने वाले को 20 रुपए का इनाम दिया जायेगा। ग्रामीणों ने इसके लिए एक निगरानी समिति का गठन किया है जो नियमित रूप से खुले में शौच करने की प्रवृत्ति को रोकने निगरानी रखेगी।
पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों ने खुले में शौच नहीं करने सहित गांव को स्वच्छ और साफ-सुथरा रखने की शपथ लेते हुए इस दिशा में अन्य गांवों के ग्रामीणों को अभिप्रेरित किये जाने का संकल्प लिया। कलेक्टर टामनसिंह सोनवानी ने कहा कि ग्रामीणों के लिए यह गौरव की बात है कि मरदेल गांव जिले का खुले में शौचमुक्त चौथा गांव बना है। उन्होंने ग्रामीणों की मांग के अनुरूप करलखा से मरदेल तक पहुंच मार्ग निर्माण करने व निस्तार हेतु तालाब निर्माण करने की स्वीकृति दी।
उन्होंने इस दौरान बताया कि ग्राम पंचायत करलखा को खुले में शौचमुक्त बनाने पर भारत सरकार के जरिये पुरस्कार प्रदान किया जायेगा। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती गोटा ने मरदेल के पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों को खुले में शौचमुक्त गांव बनाने के लिए बधाई दी। सीईओ जिला पंचायत दीपक सोनी ने कहा कि मरदेल के ग्रामीणों की यह पहल जिले के लिए मिशाल है।
सरपंच घस्सूराम ने कहा कि गांव को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए पंचायत पदाधिकारियों और ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाई है। महादेव, रामानंद, घस्सू, सुतनीबाई इत्यादि ग्रामीणों ने गांव को खुले में शौचमुक्त बनाने के लिए अपने प्रयासों से अवगत कराया। इस अवसर पर क्षेत्र के पंचायत पदाधिकारियों सहित अपर पुलिस अधीक्षक ओपी शर्मा, एसडीओपी सीडी तिर्की, प्रभारी उपसचांलक समाज कल्याण मुकेश रावटे, सीईओ जनपद पंचायत सुनील चंद्रवंशी, तहसीलदार श्री दुबे के अलावा पंचायत एवं ग्रामीण विकास, आदिवासी विकास के अलावा विभिन्न विभागों के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।