कोयंबटूर: मैगी के नूडल्स में हेल्थ के लिए नुकसानदायक लेड कन्टेंट मिलने की खबरों के बाद इसे बनाने वाली कंपनी नेस्ले के एक अन्य प्रोडेक्ट मिल्क पाउडर में जिंदा लार्वा और घुन मिलने की बात सामने आई है। एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, कोयंबटूर के फूड एनालिसिस लैब की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि कंपनी के मिल्क पाउडर के 380 ग्राम पैकेट के एक सैंपल में 28 लाइव लार्वा और 22 सिटोफिलस ओरिजे (चावल में मिलने वाले घुन) मिले हैं। तमिलनाडु की फूड सेफ्टी विंग ने इस मिल्क पाउडर को अनसेफ घोषित किया है। फूड सेफ्टी ऑफिसर आर कठिरवन ने रिपोर्ट की पुष्टि की है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि इस साधार पर नेस्ले के सभी प्रोडक्ट्स को अनसेफ नहीं घोषित किया जा सकता।
ऐसे सामने आया मामला
कोयंबटूर के पुलियाकुलम के रहने वाले टैक्सी ड्राइवर के. प्रेम अनंत ने अपने 18 महीने के जुड़वा बच्चों के लिए नेस्ले का NAN PRO 3 मिल्क पाउडर का 380 ग्राम का पैकेट खरीदा था। जब वह पैकेट को खोलकर मिल्क पाउडर निकाल रहे थे, तो उन्हें लार्वा मिले। जिस बच्चे को यह मिल्क पाउडर खिलाया गया, उसे दो दिन बाद कथित तौर पर स्किन एलर्जी हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अनंत ने इसकी शिकायत नेस्ले के कस्टमर केयर में की। कंपनी ने लोकल एरिया मैनेजर को मामले की जांच के लिए भेजा। मैनेजर ने प्रोडक्ट रिप्लेस करने का ऑफर दिया, लेकिन अनंत ने इससे इनकार कर दिया। 29 अप्रैल को वह तमिलनाडु के फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट की कोयंबटूर शाखा में पहुंचे। यहां उन्होंने टेस्टिंग के लिए सैंपल दिए।
कंपनी ने फिलहाल नहीं दी प्रतिक्रिया
अंग्रेजी अखबार ने प्रोडक्ट सैंपल की जांच करने वाले फूड एनालिस्ट आर थेनमोजी के हवाले से बताया कि जांच के लिए दिए गए नेस्ले के मिल्क पाउडर NAN PRO 3 का सैंपल फूड सेफ्टी के मानकों के मुताबिक नहीं हैं। इसमें जिंदा कीड़े निकले। अखबार ने रिपोर्ट की कॉपी भी अपने पास होने का दावा किया है। नेस्ले के गुड़गांव स्थित हेड ऑफिस में कंपनी के पीआरओ एम. हिमांशु का कहना है कि वह इस मामले को देख रहे हैं। कंपनी की ओर से इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं दी गई है।
ऐसे सामने आया मामला
कोयंबटूर के पुलियाकुलम के रहने वाले टैक्सी ड्राइवर के. प्रेम अनंत ने अपने 18 महीने के जुड़वा बच्चों के लिए नेस्ले का NAN PRO 3 मिल्क पाउडर का 380 ग्राम का पैकेट खरीदा था। जब वह पैकेट को खोलकर मिल्क पाउडर निकाल रहे थे, तो उन्हें लार्वा मिले। जिस बच्चे को यह मिल्क पाउडर खिलाया गया, उसे दो दिन बाद कथित तौर पर स्किन एलर्जी हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अनंत ने इसकी शिकायत नेस्ले के कस्टमर केयर में की। कंपनी ने लोकल एरिया मैनेजर को मामले की जांच के लिए भेजा। मैनेजर ने प्रोडक्ट रिप्लेस करने का ऑफर दिया, लेकिन अनंत ने इससे इनकार कर दिया। 29 अप्रैल को वह तमिलनाडु के फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट की कोयंबटूर शाखा में पहुंचे। यहां उन्होंने टेस्टिंग के लिए सैंपल दिए।
कंपनी ने फिलहाल नहीं दी प्रतिक्रिया
अंग्रेजी अखबार ने प्रोडक्ट सैंपल की जांच करने वाले फूड एनालिस्ट आर थेनमोजी के हवाले से बताया कि जांच के लिए दिए गए नेस्ले के मिल्क पाउडर NAN PRO 3 का सैंपल फूड सेफ्टी के मानकों के मुताबिक नहीं हैं। इसमें जिंदा कीड़े निकले। अखबार ने रिपोर्ट की कॉपी भी अपने पास होने का दावा किया है। नेस्ले के गुड़गांव स्थित हेड ऑफिस में कंपनी के पीआरओ एम. हिमांशु का कहना है कि वह इस मामले को देख रहे हैं। कंपनी की ओर से इस मामले पर आधिकारिक प्रतिक्रिया फिलहाल नहीं दी गई है।