कोल्हापुर। महाराष्ट्र में सरकार द्वारा किसानों के लिए जारी की गई राहत राशि का वितरण नहीं करने वाले बैंकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। रविवार को सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने यह चेतावनी दी।
उन्होंने यहां पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘मुझे हाल ही में पता चला है कि कुछ को-ऑपरेटिव और निजी बैंकों ने राज्य सरकार द्वारा किसानों को दी गई राहत राशि रोक रखी है। उदाहरण के तौर पर, बुढ़ाना जिले की एक तहसील में एक बैंक है, जिसने 132 करोड़ रुपये में से चार करोड़ रुपये की राशि किसानों को नहीं दी है। मैंने वहां के जिलाधिकारी से बैंक से तीन दिन में जवाब देने के लिए नोटिस देने और एफआईआर दर्ज कराने को कहा है।’ फड़नवीस यहां रविवार को हुई प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक में भाग लेने आए थे।
शिवसेना के अड़ियल रवैये के कारण ही गत वर्ष महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव से पहले भाजपा से गठबंधन टूटा था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने यह रहस्योद्घाटन किया है। उन्होंने कहा, "हमने यहां तक कि उन्हें 147 सीटें देने और खुद के पास 127 सीटें रखने की पेशकश की थी, लेकिन वे इस पर तैयार नहीं हुए। यही वजह रही कि हमने अकेले चुनाव लड़ा।"
उन्होंने बताया, "चुनाव से पहले, यह धारणा थी कि हम अकेले जीतने में सक्षम नहीं हैं, क्योंकि मत बंट जाएंगे, लेकिन चुनाव के बाद नतीजा दूसरा ही निकला। हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि हम अब शिव सेना का साथ छोड़ देंगे।"
सट्टेबाज को चौकन्ना करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैचों के संदर्भ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के शुक्रवार के छापे की सूचना एक सट्टेबाज को देने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। रविवार को यह आश्वासन मुख्यमंत्री ने दिया। उन्होंने कहा, "यदि ईडी के छापे के पहले किसी पुलिसकर्मी या अधिकारी ने किसी को सतर्क किया है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। कोई बचेगा नहीं।"
ईडी ने आइपीएल में सट्टेबाजी के संदेह में शुक्रवार को दिल्ली, मुंबई और जयपुर सहित कई शहरों में छापेमारी की थी। उसने सट्टेबाजी में हवाला और मनी लांड्रिंग के धन के उपयोग की जांच के लिए भी छापेमारी की है।