यहां रोजाना करीब 400 ट्रक पॉकलेन मशीनों से भरकर उत्तरप्रदेश और प्रदेश के दूसरे जिलों में भेजा जाता है। माफिया बेखौफ तरीके से रोजाना करीब 40 लाख रुपए का कारोबार इन सात खदानों से कर रहा है। यानी हर माह रेत माफिया करीब 12 करोड़ का काला कारोबार कर रहा है, जिसमें ऊपर से नीचे तक सभी का हिस्सा भी फिक्स है। नईदुनिया ने पड़ताल की तो अवैध रेत खदानें संचालित मिली।
खेरिया में अवैध खदान, पुल भी बनाया
खेरिया में माइनिंग डिपार्टमेंट की कोई खदान नहीं है, लेकिन रेत माफिया यहां पर खदान चला रहा है। इतना ही नहीं खेरिया से रौन की बंद चल रही बिरौना खदान की रेत भी निकाली जा रही है। माफिया ने ट्रक ड्राइवरों को सहूलियत देने के लिए सिंध नदी पर कच्चा पुल भी बनाया है। इस पुल के रास्ते से रौन इलाके का रेत भी निकाला जा रहा है। यहां रेत भरने के लिए 5 पॉकलेन मशीनें लगाई गई हैं।
रेत माफिया ने सुरक्षा चौकियां भी बनाई
खेरौली खदान पर रेत के कारेाबार से जुड़े लोगों को ही आने-जाने की इजाजत है। माफिया ने यहां प्राइवेट बंदूकधारियों को लगाकर 3 सुरक्षा चौकियां भी बनाई हैं। टेंट की इन चौकियां को बीहड़ के ऊंचे टीले पर बनाया गया है, जहां से बाहर से आने वाले हर व्यक्ति पर निगाह रखी जाती है। साथी ही नदी के चारों और 5 किमी इलाके में भी निगरानी की जाती है।
बरैठी में पनडुब्बी से निकाल रहे रेत
रेत माफिया अब अंचल में भी अवैध रेत उत्खनन के लिए पनडुब्बी का उपयोग करने लगा है। बीती 14 मार्च को कलेक्टर मधुकरआग्नेय और एसपी विनीत खन्न्ा ने सिंध नदी से पनडुब्बी जब्त की थी। ऐसी ही पनडुब्बी बरैठी रेत खदान पर माफिया उपयोग कर रहा है। खास बात यह है कि इन इलाकों से रेत से भरे ट्रक रोजाना निकाले जा रहे हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है।
यहां चल रहीं हैं अवैध खदानें
रेत माफिया ने कई खदानें तो डबल नाम से ही संचालित की हैं। इन दिनों खेरिया, कछपुरा, गोरम, न्यू अजीता, न्यू खैरोली सहित करीब 7 अवैध खदानें चलाई जा रही हैं। इनमें से कई जगह तो नदी किनारे श्मशान की जमीन का उपयोग भी रेत के अवैध कारोबार के लिए किया जा रहा है। रेत से भरे यह ट्रक अमायन और भारौली थाने के इलाके से निकलते हैं, लेकिन इन पर कार्रवाई फिर भी नहीं हो रही है।
इनका कहना है
अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग हमसे जितना भी पुलिस बल मांगेगा हम देने के लिए तैयार हैं। कार्रवाई में हमारी ओर से पूरा सहयोग रहेगा।
– विनीत खन्ना, एसपी, भिंड
सिंध में अवैध उत्खनन को रोकने के लिए हमारी ओर से ज्वाइंट एक्शन के लिएफाइल कलेक्टर साहब के पास गई हुई है। गुरुवार को मुझे विभाग के काम से भोपाल जाना है, जल्द ही बड़ी कार्रवाई की जाएगी।
– जुबान सिंह भिड़े, माइनिंग ऑफिसर, भिंड