वे बुधवार को खेत पर फसल देखने गए थे, तभी अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद परिजन ने उन्हें इलाज के लिए ग्वालियर के जेएएच में भर्ती कराया था। जिले में 15 मार्च को हुई ओलावृष्टि के बाद मुख्यमंत्री श्री सिंह चौहान ने 19 तारीख को भितरवार विकासखंड के पचौरा गांव का दौरा किया था।
गांव में ओलावृष्टि से देवेंद्र (55) पुत्र शिवनारायण शर्मा सदमे में आ गए थे। तब तो परिजन ने उन्हें ढांढस बंधाया। इसके बाद 1 अप्रैल को वह खेतों पर गए और नष्ट हुई फसलों को देखा। वहां उन्हें गहरा सदमा लगा और वह खेत पर ही गिर पड़े। सरपंच विनोद शर्मा उन्हें घर लेकर आए, जहां उनकी हालत और बिगड़ गई।
इसके बाद परिजन ने उन्हें ग्वालियर जेएएच में भर्ती कराया, जहां गुरुवार की दोपहर उन्होंने दम तोड़ दिया। मृतक चार भाइयों में सबसे बड़े थे। चारों भाइयों की 30 बीघा खेती की जिम्मेदारी उन पर ही थी।
इसके अलावा उन्होंने 30 बीघा खेती ठेके से भी ली थी, लेकिन ओलावृष्टि से गेहूं की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई थी। मृतक ने सहकारी सोसाइटी से 1 लाख रुपए खाद-बीज के लिए कर्ज भी लिया था। उधर, मृतक की बेटी का विवाह भी 19 मई को होना है।
पचौरा गांव में ओलावृष्टि से सदमे में आए किसान की मौत की जानकारी मिली है। मौके पर पटवारी को भेजा गया है। साथ ही ग्रामीणों से पंचनामा भी तैयार कराया गया। मृतक के परिजन को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि तुरंत दी जाएगी, साथ ही जो भी प्रावधान होगा, उसके तहत भी मदद की जाएगी। सुभ्रता त्रिपाठी, तहसीलदार चीनौर
सर्वे रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। जल्द ही पीड़ित के परिजनों को मुआवजा राशि दिलाई जाएगी। इसके अलावा ओला पीड़ित ऐसे किसान जिनके यहां बेटी के विवाह के लिए परिजनों को तुरंत सहायता राशि दी जाएगी। विजयराज, एसडीएम भितरवार।