मालदा: मालदा में भी एक आलू किसान ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली है. गुरुवार सुबह मालदा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में आलू किसान ने दम तोड़ दिया. 22 वर्षीय मृत आलू किसान का नाम भगत राय है. वह बामनगोला थानांतर्गत जगद्दला ग्राम पंचायत के हांसपुकुर गांव का रहनेवाला था.
इस घटना में स्थानीय पंचायत की ओर से ब्लॉक प्रशासन को विस्तृत रिपोर्ट नहीं दी गयी है. जिला शासक शरद द्विवेदी ने इस घटना की पूरी रिपोर्ट बामनगोला ब्लॉक के बीडीओ से मांगी है. उन्होंने मामले की जांच के भी निर्देश दे दिये हैं. अब तक 15 आलू किसानों ने खुदकुशी कर ली है. हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में नौ आलू किसानों ने खुदकुशी की है. मृत आलू किसान के बड़े भाई गेणु राय ने पुलिस को बताया कि उनकी सात बीघा जमीन है. उस जमीन पर तीन भाई ने मिल कर मकई व आलू की खेती की थी. भगत ने ढाई बीघा जमीन पर पौष महीने में आलू का बीज रोपण किया था. पौष महीने में कड़ाके की ठंड व कोहरे के कारण आलू के फसलों को नुकसान पहुंचा था. बाद में उसने महाजन से 40 हजार रुपये लोन पर लेकर फिर से नये सिरे से आलू की खेती शुरू की थी. दूसरी ओर, बारिश व तूफान के चलते मकई की फसल भी नष्ट हो गयी. उसने सोचा था कि आलू से जो लाभ होगा, उससे महाजन के रुपये चुका देगा, लेकिन आलू के फसल भी नष्ट होने के कारण वह काफी परेशान था. मनोबल पूरी तरह से टूट जाने के कारण सोमवार को उसने कीटनाशक खा ली थी. रात को ही उसे मालदा मालदा मेडिकल कॉलेज में ले जाया गया. गुरुवार तड़के उसकी मौत हो गयी.
प्रशासन ने झाड़ा पल्ला
बामनगोला ब्लॉक के बीडीओ समीर दे ने बताया कि आलू किसान की आत्महत्या के पीछे क्या वजह थी, इस बारे में जगद्दला ग्राम पंचायत प्रधान भवेश मंडल को जानकारी लेने के लिए कहा गया था. पंचायत प्रधान से मिली जानकारी के अनुसार, आत्महत्या के साथ आलू की खेती में नुकसान का कोई संबंध नहीं है. भगत राय राज्य के बाहर मजदूरी करने गया था, उसे रुपये नहीं मिले, जिस कारण उसने आत्महत्या कर ली. मृतक के परिवार की ओर से लिखित में कोई शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी.
कृषि विभाग के आंकड़े: कृषि विभाग के सूत्रों के अनुसार, मालदा जिले में इस साल 10 हजार 385 हेक्टेयर जमीन पर आलू की ख्ेाती हुई है. दो लाख मीट्रिक टन से भी ज्यादा पैदावार होने की संभावना है. पिछले साल 10 हजार 200 हेक्टेयर जमीन पर आलू उगा था. एक लाख 77 हजार मेट्रिक टन आलू का उत्पादन हुआ था. मालदा के सामसी व आदिना इलाके में दो सरकारी कोल्ड स्टोरेज है. इसके अलावा और चार प्राइवेट कोल्ड स्टोरेज हैं.