कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश तब मजबूत होता है जब उसका संस्थागत तंत्र मजबूत हो। दुनिया के छठवां हिस्सा ये कहकर नहीं रूक सकता कि हमारी ये समस्या है, होना चाहिए कि दुनिया की छठी आबादी बोले कि हम अपने कंधों पर उठाएंगे।
प्रधानमंत्री ने इसी के साथ सब्सिडी छोड़ो अभियान की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि सरकार पर सब्सिडी का 40 हजार करोड़ का बोझ है। सरकार चाहती है कि जिनको जरूरत ना हो, वे खुद सब्सिडी छोड़ दें और बाजार मूल्य पर गैस खरीदें। पीएम ने कहा कि जो लोग समृद्ध हैं, जिन्हें जरूरत नहीं हो, उन्हें सब्सिडी नहीं लेनी चाहिए। इसके लिए आप पेट्रोलियम कंपनी या गैस कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सब्सिडी छोड़ सकते हैं।
इस दौरान सम्मेलन में वित्त मंत्री अरुण जेटली, पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस मंत्री धमेंद्र प्रधान, दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद समेत कई मंत्री और कंपनियों के सीईओ मौजूद थे।
ऊर्जा संगम सम्मेलन ओएनजीसी की विदेश में उत्खनन का काम करने वाली शाखा ओएनजीसी विदेश, इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की बरौनी रिफाइनरी के 50 साल पूरे होने के मौके पर किया जा रहा है।