उन्होंने सीडब्ल्यूसी के सदस्य संजय भगत से अपना दुखड़ा बताया और इसी दौरान गुमला की लड़कियों के शोषण की जानकारी दी. थाने पर विश्वास नहीं है : सुमति ने कहा कि झारखंड मैन पावर ब्यूरो की संचालिका नैना दिल्ली में कई गलत काम करती है. अभी भी उसके यहां सात लड़कियां हैं. वहां लड़कियों से बच्चे पैदा करके नि:संतान लोगों को लाखों रुपये में बेचा जाता है. सुमति ने कहा कि बसिया थाना जा रहे थे. परंतु कार्रवाई करने को लेकर थाना पर भरोसा नहीं, इसलिए सीडब्ल्यूसी के पास आये हैं, ताकि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो सके.
सुमति को नहीं मिली मजदूरी
सुमति दिल्ली में छह साल आठ महीने तक दो घरों में काम करती रही, परंतु उसे मजदूरी के नाम पर पैसा नहीं मिला है. सीडब्ल्यूसी से उसने छह साल की बकाया मजदूरी दिलाने व दलालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
10 हजार में बेची गयी थी सुमति
सुमति ने बताया कि आठ साल पहले पतुरा गांव के चैन सिंह उसे दिल्ली ले गया था. इसके बाद 10 हजार रुपये में बसिया की नैना कुमारी उर्फ मालती के पास बेच दिया. मालती ने उसे सबसे पहले राजेश सिंह के घर में काम पर लगा दिया. वहां तीन साल काम की. इसके बाद नैना ने उसे वहां से हटा कर कृति नगर स्थित संजय नरूला के यहां काम पर रखवा दिया. वहां तीन साल सात महीने काम की. परंतु उसे पैसा नहीं मिला. दो महीना पहले चैन सिंह ने उसे दिल्ली से बसिया पहुंचाया. सुमति ने बताया कि जब उसे दिल्ली ले जाया गया था, उस समय उसकी उम्र 14 साल था. अब उसकी उम्र 21 साल हो गयी है.
मामला आया है. लड़की को परिजनों के साथ सोमवार को बुलाया है. मामला गंभीर है. इसकी जांच की जायेगी. सुमति जिन लोगों का नाम बता रही है, पहले भी लड़की बेचने में उन लोगों के नाम आ चुके हैं. जांच कर थाने में एफआइआर करायी जायेगी. – संजय भगत, सदस्य, सीडब्ल्यूसी