प्राप्त जानकारी के अनुसार दोरनापाल व केरलापाल इलाके के एक दर्जन पंचायतों के करीब पचास सरपंच व पंच प्रत्याशियों को नक्सलियों ने मीटिंग के लिए बुलवाया था। 9 जनवरी को यह सभी नक्सलियों के बुलावे पर उनके बताए गए स्थान पर पहुंचे थे। दुब्बाटोटा गांव से सरपंच के पांच प्रत्याशी, दो पूर्व सरपंच समेत दस लोग मीटिंग में शामिल होने गए थे। इसके अलावा केरलापाल, बड़े शेट्टी, पोंगाभेज्जी, बोडको, कोयाबेकुर, फूलबगड़ी सहित एक दर्जन पंचायतों के प्रत्याशी भी मीटिंग में गए थे।
पंच व सरपंच पद के इन प्रत्याशियों का चार दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है। ऐसे में इन सभी का नक्सलियों द्वारा अपहरण किए जाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। ज्ञात हो कि नक्सलियों ने जगह-जगह पर्चे फेंक व बैनर लगाकर चुनाव बहिष्कार का एलान पहले ही कर दिया है।
ऐसे में आशंका व्यक्त की जा रही है कि चुनाव में खड़े इन प्रत्याशियों को सबक सिखाने के मकसद से इन्हें अपहृत किया गया है। इस संबंध में किसी भी थाने में रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है लेकिन सुकमा एएसपी संतोष सिंह ने नईदुनिया से चर्चा में बताया कि पुलिस के पास भी ऐसी सूचना आई है। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने स्तर पर पतासाजी कर रही है।
तीन चरणों में चुनाव
सुकमा जिले में पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे। प्रथम चरण में 28 जनवरी को छिंदगढ़ ब्लाक में मतदान होगा। दूसरे चरण में एक फरवरी को सुकमा तथा अंतिम चरण में चार फरवरी को कोंटा ब्लाक में पंचायत प्रतिनिधियों के निर्वाचन के लिए मतदान होगा।