मंगलवार को जेएलएनएमसीएच के रेडियोलॉजी विभाग में अल्ट्रासाउंड जांच के दौरान गर्भवती होने की पुष्टि हुई है. वहीं महिला का कहना है कि हमारे पास पहले से चार बच्चे हैं. बंध्याकरण कराने से फिर क्या लाभ हुआ. महिला ने बताया कि पिछले एक माह से सिर में चक्कर और उलटी की शिकायत आ रही थी. गोराडीह पीएचसी में डॉ अंजू तुरियार से मिले तो उन्होंने डांट कर भगा दिया और कहा कि अब कोई उपाय नहीं है. ऐसा केस आते रहता है. इसके बाद जेएलएनएमसीएच में अल्ट्रासाउंड कराये तो कहा गया कि तुम गर्भवती हो.
वहीं रेडियोलॉजी विभाग के प्रभारी विभागाध्यक्ष डॉ एके मुरारका ने बताया कि महिला के गर्भ में एक बच्च पल रहा है और वह नौ सप्ताह का है. महिला के बताने के मुताबिक उसके प्रसव कराने की तिथि आठ अगस्त तय है. उन्होंने बताया कि बंध्याकरण में दो प्रतिशत केस में ऐसा होता है. इसमें कई बार एक अतिरिक्त ट्यूब रहता है. कई बार ऑपरेशन के बाद ट्यूब आपस में जुड़ जाता है.
बोले अधिकारी
हमने महिला को डांट कर नहीं भगाया है. महिला से यह भले ही पूछे हैं कि जब बंध्याकरण करायी हो तो अस्पताल का कागज दो. पर उसने कहा कि ठीक है ला कर देंगे. जब वह देगी तभी पुष्टि हो सकती है कि उसने गोराडीह में कराया या नहीं. चूंकि एक ही नाम से कई महिलाएं होती हैं.
डॉ अंजू तुरियार, प्रभारी, गोराडीह पीएचसी
मुझें तो जानकारी नहीं है. पर ऐसी बात है तो संबंधित चिकित्सक से बात करेंगे. बंध्याकरण में कई बार ऑपरेशन सक्सेस नहीं होता है. चूंकि उसमें ट्यूब आपस में दोबारा जुड़ जाता है.
डॉ शोभा सिन्हा, सिविल सजर्न