हरियाणा के शिक्षा मंत्री राम विलास शर्मा ने शनिवार को कुरुक्षेत्र में एक आध्यात्मिक समारोह में कहा कि गीता हमारी रीति है, प्रीति है। इस लिहाज से इस ग्रंथ का ज्ञान बच्चों को देने के लिए इसे स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला लिया गया है। शर्मा ने कहा कि हरियाणा में प्राइमरी और सेकेंडरी स्तर पर बच्चों को गीता का ज्ञान दिया जाएगा।
गौरतलब है कि दिसंबर में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने का आह्वान किया था। इसको लेकर तमाम विपक्षी दलों ने भारी विरोध जताया था। विपक्षी दलों का कहना था कि किसी एक धर्म विशेष के ग्रंथ को धर्मनिरपेक्ष देश भारत का राष्ट्रीय ग्रंथ कैसे घोषित किया जा सकता है। – See more at: