सूत्रों के मुताबिक सरकार प्रत्येक कोल ब्लॉक के आवंटन के लिए अगल से टेंडर जारी करेगी। पहले फेज में 101 कोल ब्लॉक के आवंटन के लिए नीलामी होगी। जबकि एक से दो हफ्ते के भीतर शेष 59 कोल ब्लॉक आवंटन के लिए नीलामी की घोषणा होगी। वहीं सरकार गुरुवार तक 42 कोल ब्लॉक के आवंटन के लिए टेंडर जारी कर सकती है।
पावर सेक्टर के लिए आवंटित कोल ब्लॉक के पास भौगोलिक रूप से 15,305 मिलियन टन कोयला रिजर्व है और इन ब्लॉक्स से रेवेन्यू 100 रुपए प्रति टन के बेस प्राइस के हिसाब से मिलेगा। यह रेवेन्यू करीब 1.53 लाख करोड़ हो सकता है।
वहीं, नॉन पावर या कैपटिव पावर प्लांट ब्लॉक के मामले में भौगोलिक रूप से 3,141 मिलियन टन का रिजर्व है जिसका बेस प्राइस 295 रुपए प्रति टन है। इससे करीब 92,696 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिल सकता है।
अगर हम दोनों पावर और नॉन पावर सेक्टर के रेवेन्यू को मिला दें तो कुल रेवेन्यू करीब 2.45 लाख करोड़ रुपए पहुंच जाएगा। नीलामी के पहले चरण में 101 कोल ब्लॉक के आवंटन के लिए नीलामी होगी। जबकि एक से दो हफ्ते के भीतर शेष 59 कोल ब्लॉक आवंटन के लिए नीलामी की घोषणा होगी।