सीजीएमएससी से सप्लाई 6 दवाओं को जांच के लिए सेंट्रल ड्रग टेस्टिंग लेबोरेट्री कोलकाता जांच के लिए भेजा गया था। दवा की टेस्टिंग रिपोर्ट कोलकाता लैब से आ चुकी है, जिसमें इन 6 दवाओं में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं पाई गई है। दवाएं मानकों पर है। इसी रिपोर्ट के आधार पर सीजीएमएससी से सभी जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ), सिविल सर्जन और अस्पताल अधीक्षकों को पत्र लिखा गया है कि वे इन दवाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गौरतलब है कि पेंडारी नसबंदी शिविर में अब तक 14 महिलाओं की जान चुकी है, वहीं सिप्रोसिन खाने से मरने वालों की संख्या करीब 6 है। सिप्रोसिन को जांच के लिए दिल्ली स्थित निजी लैबोरेट्री, कोलकाता स्थित सरकारी जांच प्रयोगशाला और लखनऊ स्थित एक और सरकारी प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है।
दिल्ली ने सिप्रोसिन में चूहामार जहर की पुष्टि की है, लेकिन कोलकाता लैब ने सिप्रोसिन को अमानक करार दिया है, क्योंकि कोलकाता लैब में जहर संबंधी जांच नहीं होती है। सिप्रोसिन में चूहामार जहर मिला हुआ है, इसकी पुष्टि लखनऊ लैब से होगी, जिसकी रिपोर्ट आनी शेष है।
इन दवाओं से प्रतिबंध हटा
दवाएं- बैच नंबर
1- एट्रोपाइन सल्फेट इंजेक्शन- सीएटी 1302
2- डाइजापॉम इंजेक्शन- सीडीजेड 1302
3- इपेनफ्रिन हाईड्रोक्लोराइड- एडी 1401
4- पेंटाजोसिन लेक्टेड इंजेक्शन- एम 14114
5- पोविडोन आयोडीन सोलुशन- ई 130802
6- सर्जिकल स्प्रीट- 0153 ए 1406
इन दवाओं पर प्रतिबंध बरकरार-
टैबलेट-आइबुप्रोफेन 400 एमजी, बैच नम्बर टीटी-450413 निर्माता- मेसर्स टेक्निकल लैब एण्ड फार्मा प्रा.लिमि. हरिद्वार, टैबलेट- सिप्रोसिन 500 एमजी, बैच नम्बर 14101 सीडी, निर्माता-मेसर्स महावर फार्मा प्रा.लिमि. खम्हारडीह रायपुर (छत्तीसगढ़), इंजेक्शन-लिग्नोकेन एचसीएल आईपी बैच नम्बर-आर.एल.108, निर्माता-मेसर्स रिगेन लैबोरेट्रीज हिसार, इंजेक्शन- लिग्नोकेन एचसीएल आईपी बैच नम्बर- आरएल 107, निर्माता-मेसर्स रिगेन लैबोरेट्रीज हिसार, एब्जारबेंट कॉटन- वुल आईपी बैच नम्बर- 0033, निर्माता-मेसर्स हेम्पटन इंडस्ट्रीज संजय नगर रायपुर (छत्तीसगढ़), जिलोन लोशन- बैच नम्बर जेई-179, निर्माता-मेसर्स जी. फार्मा 323, कलानी नगर, इंदौर (मध्यप्रदेश), इन पर प्रतिबंध बरकार है।
इस्तेमाल कर सकते हैं
प्रतिबंधित 6 दवाओं की कोलकाता से जांच रिपोर्ट आ चुकी है। दवाएं मानक पाई गई हैं। इनके इस्तेमाल के आदेश सीएमएचओ को दे दिए गए हैं।
-स्वागत साहू, महाप्रबंधक (टेक्निकल), जीसीएमएससी
बिलासपुर पुलिस से पूछें
जहां-जहां सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे, वहां से जांच रिपोर्ट आ चुकी है। मैं इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दे पाऊंगा। रिपोर्ट बिलासपुर पुलिस के पास हैं, उनसे पूछें।
-डॉ. आलोक शुक्ला, प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य विभाग