राज्य के 750 माध्यमिक स्कूलों में सोमवार को मिशन उन्नति के तहत इंग्लिश की पढ़ाई की शुरू हो गई। अजबपुर कलां जीजीआईसी में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रोजेक्ट का श्रीगणेश किया। मुख्यमंत्री ने वैश्वीकरण के मौजूदा दौर में इंग्लिश के ज्ञान को महत्वपूर्ण बताया। कहा, अंग्रेजी के ज्ञान को केवल एक भाषा नहीं बल्कि एक कौशल के रूप में लिया जाए। मुख्यमंत्री ने बेहद कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद कर हर ब्लॉक में राजीव गांधी नवोदय विद्यालय की तर्ज पर आवासीय स्कूल खोलने के निर्देश दिए।
करीब एक घंटा देर से कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता पर भी चिंता जाहिर की। कहा कि, बेहतर शिक्षक होने के बावजूद सरकारी स्कूलों में बच्चे पिछड़ रहे हैं। जबकि अपेक्षाकृत कम क्वालिफाइड शिक्षकों वाले प्राइवेट स्कूलों लगातार आगे बढ़ रहे हैं। शिक्षक को चाहिए वो व्यवस्था को सुधारे, जिससे प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के बीच गुणवत्ता का अंतर खत्म हो जाए। उन्होंने उन्नति प्रोजेक्ट को स्थायी रूप से पाठ्यक्रम के साथ जोड़ने, प्राथमिक कक्षाओं से अंग्रेजी को शुरू करने और स्कूलों में कौशल विकास (स्किल डेवलेपमेंट) कोर्स शुरू करने को भी कहा।
शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी, संसदीय सचिव उमेश शर्मा ‘काऊ’ अपर मुख्य सचिव एस. राजू, महानिदेशक राधिका झा, उन्नति प्रोजेक्ट में सहयोगी संस्थान आईएलएफएस के एमडी आरसीएम रेड्डी ने भी विचार रखे।
मिशन इंग्लिश
-माध्यमिक स्कूलों में नवीं और 10 वीं कक्षा में लागू होगा प्रोजेक्ट
-750 स्कूलों में 76 हजार छात्र-छात्राएं तीन माह में सीखेंगे इंग्लिश
– प्रोजेक्ट में 250 स्कूल मैदान के और 500 दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों के
-नियमित कक्षाओं के बाद अंग्रेजी की लगा करेगी एक्स्ट्रा क्लास