दुनिया के देशों में भ्रष्टाचार पर नजर रखने वाली संस्था ट्रांसपरेंसी इंटरनेशनल इंडिया ने बताया कि भ्रष्टाचार धारणा सूची (सीपीआई) रिपोर्ट के मुताबिक, 2013 की तुलना में भारत का स्कोर सुधरा है। पिछले साल 36 की तुलना में भारत को 38 अंक मिला। स्कोर में दो अंकों का इजाफा हुआ जिससे 2013 में 94 वें स्थान से चढम्कर 2014 में 85 वें स्थान पर आने में मदद मिली। सीपीआई में भारत के पायदान में सुधार मुख्य रूप से दो आंकड़े स्रोतों- वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (डब्लूईएफ) और वर्ल्ड जस्टिस प्रोजेक्ट (डब्लूजेपी) की सूची पर आधारित रहा। रिपोर्ट में कहा गया है, सीपीआई के लिए सरकार बदलने से पहले का आंकड़ा इस्तेमाल किया गया है?ो
इस रिपोर्ट में डेनमार्क 92 अंक हासिल कर 2014 में सबसे कम भ्रष्ट देश के तौर पर शीर्ष पर रहा तो उत्तरी कोरिया और सोमालिया महज आठ अंक बटोर कर अंतिम जगह पर रहे। भ्रष्टाचार के मामले में हमारे पड़ोसी देश नेपाल, बांग्लादेश और पाकिस्तान की हालात और भी बदतर है।
पड़ोसी देश ज्यादा भ्रष्ट
85वें पायदान पर है श्रीलंका भारत के साथ
126वां स्थान पर हैं पाकिस्तान और नेपाल
145वें स्थान पर है बांग्लादेश
172वां स्थान के साथ भ्रष्टतम देशों में है अफगानिस्तान
30वें स्थान के साथ बेहतर रिकॉर्ड है भूटान का।
चीन में बढ़ा भ्रष्टाचार
सूची में भारत की स्थिति में सुधार देखने को मिला है तो दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश चीन में भ्रष्टाचार में इजाफा हुआ है। चीन पिछले साल 80वें स्थान पर था जो इस बार नीचे लुढ़क कर 100वें स्थान पर चला गया है।