प्रतिबंधित दवाई सिप्रोसिन ने ली एक और जान

रायपुर। नसबंदी कांड में 19 लोगों की जान लेने वाली प्रतिबंधित दवाई सिप्रोसिन ने बुधवार को एक और जान ले ली। तीन दिन से अंबेडकर अस्पताल में भर्ती मरीज लक्ष्मी साहू की बुधवार को मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद उनकी पत्नी ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।

मिली जानकारी के मुताबिक बलौदाबाजार जिले के कसडोल के करीब हसुआ गांव के लक्ष्मी साहू व उनकी पत्नी अमरीका बाई को बुखार के चलते गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर ने सिप्रोसिन दवाई दी थी। यह दवाई खाने के दो-तीन दिन बाद दोनों की तबीयत और बिगड़ गई। इसके बाद दोनों को तीन दिन पहले राजधानी लाकर अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अमरीका को आईसीयू में शिफ्ट किया गया था।

पति की मौत की खबर सुनकर अमरीका बाई आईसीयू से बाहर आ गई। उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि गांव के डॉक्टर ने उनके पति व उनको तीन-तीन दिनों की खुराक दी थी। उनके पति ने सिप्रोसिन की छह गोली खाई थी। उन्होंने खुद दो टैबलेट खाई थी।

दोनों की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें यहां लाकर भर्ती कराया। भर्ती करने में ही तीन-चार घंटे लगा दिए थे। उनके पति लक्ष्मी साहू ज्यादा गंभीर थे, उन्हें आईसीयू में रखने के बजाय दोनों को मेडिसिन वार्ड (9 नंबर वार्ड) में भर्ती कर दिया गया और इलाज पर ध्यान नहीं दिए। इसके कारण उनकी तबीयत और बिगड़ गई थी। आज उन्हें (अमरीका बाई को) आईसीयू में भर्ती किया गया।

तीन दिन पहले लक्ष्मी साहू व अमरीका बाई दोनों को भर्ती किया गया था। दोनों का इलाज चल रहा था। बुधवार को लक्ष्मी साहू की मौत के बाद उनके परिजन ने इलाज में लापरवाही की शिकायत की है, इसकी जांच कराएंगे। – डॉ.विवेक चौधरी, अधीक्षक, डॉ.अंबेडकर अस्पताल, रायपुर

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