शहर में शनिवार से चल रहे सफाई अभियान में नगर निगम का अमला रोज 150 टन के करीब कचरा मुख्य सड़कों, नालियों से निकाल रहा है। इसमें नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग से लेकर सारे इंजीनियर भी जुटे हुए हैं। पूरा अमला सक्रिय होने से रोजाना पहले जहां 120 से 130 टन कचरा निकलता था, वह बढ़कर अब 150 टन के करीब पहुंच चुका है। असली समस्या इस कचरे को डंपिंग स्पॉट तक पहुंचाने में आ रही है। कचरा उठाने के लिए पर्याप्त एक्सीवेटर, ट्रक और ट्रैक्टर नहीं होने के कारण दिक्कत हो रही है। इसके चलते कई जगहों पर कचरे का ढेर नजर आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के दो एक्सीवेटर भी मरम्मत लगा है। इसके अलावा कचरा परिवहन करने के लिए भी पर्याप्त वाहन नहीं होने के कारण दिक्कत हो रही है। इधर शहर में हुए विभिन्न निर्माण के कारण बड़ी मात्रा में निर्माण सामग्री सड़क और नालियों के आसपास पड़ी हुई है। अब उसे भी प्राथमिकता के साथ साफ किया जा रहा है। इसी तरह अब निगम का अमला नाला सफाई के काम में भी जुट गया है। कश्यप कॉलोनी के पास वाले नाले से तीन से चार ट्रक कचरा निकाला गया है। वाहन उपलब्ध नहीं होने के कारण इसे मंगलवार को मौके से उठाया जाएगा। सिविल लाइन के सामने वाले फुटपाथ, पुराना बसस्टैंड, बृहस्पति बाजार, पुराना बिहारी टॉकिज के आसपास, देवकीनंदन चौक के पास विशेष सफाई अभियान चलाया गया। इधर सफाई की निगरानी कर रहे इंजीनियरों ने भी उन जगहों को चिन्हांकित करना शुरू कर दिया है, जहां लोग अवैध रूप से कचरा फेंकते हैं। वहां सफाई करके उसे कांक्रीटिंग करने की तैयारी है। इसके अलावा जहां मुमकिन हो ऐसी जगहों पर निर्माण करने की भी तैयारी है।
वाहनों की कमी
शहर को साफ-सुथरा करने के लिए महाभियान चल रहा है। सचिव ने इस काम में अन्य विभागों के वाहनों का भी उपयोग करने के निर्देश दिए हैं, लेकिन निगम अपने सभी वाहनों को भी इसमें नहीं लगा रहा है। इसके चलते विशेषकर कचरा उठाने में दिक्कत हो रही है। वर्तमान में केवल 4 जेसीबी, 5 डंपर, 22 ट्रैक्टर इसमें लगे हुए हैं। ठेकेदारों के वाहन भी इसमें जोड़े गए हैं।
शहर से रोज 150 टन के करीब कचरा निकल रहा है। अब बड़े नालों की सफाई का काम भी साथ- साथ शुरू कर दिया गया है। कश्यप कॉलोनी वाले क्षेत्र के बाद अन्य जगहों पर भी इसी तरह का अभियान चलाया जाएगा।
डॉ.ओंकार शर्मा, स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम