बारह नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने मिलावटी दूध की बिक्री के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया था और राज्यों से रिपोर्ट तलब की थी। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन महकमे ने आनन-फानन में दो दर्जन जिलों में दूध के नमूने लिए। जांच में नौ जिलों के नमूनों में डिटर्जेंट पाया गया। इतने व्यापक स्तर पर दूध में मिलावट सामने आने पर शासन ने सहायक आयुक्त (खाद्य ) की अगुआई में जांच दल गठित किया है जो विशेष अभियान चलाएगा।
यहां के नमूनों में मिला डिटर्जेंट
फतेहपुर, फीरोजाबाद, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, हरदोई, ललितपुर, रायबरेली और रामपुर।
ऐसे पहचानें मिलावट
-दूध में पानी जांचना हो तो दूध को किसी काली सतह पर छोड़ें। अगर दूध के पीछे सफेद लकीर छूटे तो दूध असली है।
-स्टार्च और यूरिया की पहचान के लिए दूध में दो बूंद टिंचर आयोडीन डाल एक मिनट छोड़ें। दूध का रंग नीला हो जाए तो मिलावट है।
-डिटर्जेंट की पहचान के लिए दूध में नींबू मिलाकर जांच की जा सकती है। दूध से बुलबुला उठता है तो उसमें मिलावट संभव है।
-असली दूध को हाथों बीच रगड़ने पर चिकनाहट महसूस नहीं होती।
-सिंथेटिक दूध में साबुन जैसी गंध आती है।
-दूध का स्वाद हल्का मीठा होता है, जबकि मिलावटी दूध का स्वाद कसैला।