सीबीएसई की ओपन बुक परीक्षा पाठ्यक्रम तैयार

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सत्र 2015 की ओपन बुक परीक्षा का पाठ्यक्रम तैयार कर दिया है। इस दफा स्वच्छ भारत, मंगलयान व उड़ीसा में आए फैलिन तूफान से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे। यह परीक्षा सिर्फ नौवीं और 11वीं के छात्रों के लिए होगी।

बोर्ड की निदेशक डॉ. साधना पराशर ने बताया कि तमाम विषयों का पाठ्यक्रम ऑनलाइन जारी कर दिया गया है। इनमें से ही सवाल पूछे जाएंगे। नौवीं के छात्रों से अंग्रेजी की परीक्षा में ‘स्वच्छ भारत अभिायन’, हिन्दी में ‘स्वास्थ्य’ व ‘मंगल पर भारत का मंगलागमन’, सामाजिक विज्ञान में ‘स्वच्छ भारत के मायने’, गणित के सांख्यकी में ‘अतिथि देवोभव:’ व विज्ञान में ‘मंगल का वातावरण’ आदि विषयों पर सवाल पूछे जाएंगे। 12वीं की इकोनॉमिक्स की परीक्षा में ‘भारत में तेल की कीमतों की नीतियों’ और ‘पंजाब में कृषि की स्थिति’ से जुड़े सवाल आएंगे। इसके अलावा भूगोल में ‘उड़ीसा में हाल में आए फैलिन तूफान’ से जुड़े विषय आएंगे। इसमें विस्तार से उस समय के बचाव अभियान के बारे में भी पूछा जाएगा। बहरहाल, बोर्ड का कहना है कि इस बार तमाम सवाल भारत की हाल की परिस्थितियों से जुड़े हैं। इससे छात्रों के ज्ञान को परखा जाएगा। उन्हें व्यवहारिक पक्षों को समझने में मदद मिलेगी।

पाठ्यक्रम सामग्री में सवाल के जवाब भी
विभिन्न विषयों की जो पाठन सामग्री जारी की गई है, उसमें सवाल के साथ जवाब भी हैं। छात्रों को इनका गहनता से अध्ययन करना होगा क्योंकि सवाल सीधे सपाट नहीं पूछे जाएंगे। विषय के किसी भी पक्ष से जुडम सवाल आ सकता है। मान लीजिए हिन्दी की परीक्षा में स्वच्छ भारत पर सवाल आने हैं तो बोर्ड यह नहीं पूछेगा कि स्वच्छ भारत अभियान क्या है? छात्रों से पूछा जा सकता है कि अभियान की शुरुआत कब और क्यों हुई? लक्ष्य क्या है? कौन-कौन सी हस्तियां जुड़ी? विभागों ने अब तक क्या काम किया? इस तरह के सवाल आएंगे। बता दें कि स्कूलों को इन्हें विस्तार से पढमने के भी निर्देश जारी हुए हैं।

सभी विषय पढ़ने की जरूरत नहीं
ओपन बुक परीक्षा के इस फॉर्मूला के तहत छात्रों को पहले ही बता दिया जाता है कि परीक्षा में कौन से विषय आएंगे। मान लीजिए सामाजिक विज्ञान के पाठ्यक्रम में दस विषय हैं। लेकिन परीक्षा में पांच विषय पूछे जाने हैं तो छात्रों को इन पांच विषयों की विस्तार से जानकारी दे दी जाती है। बोर्ड का कहना है कि परीक्षा में क्या पूछा जाएगा, ये पहले ही पता लगने से छात्रों पर सभी विषय पढ़ने का दबाव नहीं पड़ता। इसके 10 अंक वार्षिक परीक्षा में जोड़ जाते हैं। इस लिहाज से यह अहम परीक्षा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *