लिग्नोकेन दवा सप्लायर कंपनी काबरा ड्रग्स पर 5 साल का बैन

रायपुर। लोकल एनेस्थीसिया यानी शून्य करने की दवा लिग्नोकेन की निर्माता कंपनी इंदौर की काबरा ड्रग्स लिमिटेड पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) के सह प्रबंध संचालक एवं स्वास्थ्य आयुक्त प्रताप सिंह ने गुरुवार को यह आदेश जारी कर दिए। ‘नईदुनिया’ ने प्रमुखता के साथ इस खबर को प्रकाशित किया था, जिसके बाद कॉर्पोरेशन द्वारा यह फैसला लिया गया।

कार्पोरेशन से गुरुवार को सभी जिला सीएमएचओ, मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षकों को पत्र लिखा गया है कि वे लिग्नोकेन का इस्तेमाल न करें। दवा पर रोक लगा दी गई है, तत्काल उनकी वापसी भी करें। बैच नंबर सहित यह जानकारी भेजी गई है। इस संबंध में काबरा ड्रग्स लिमिटेड को भी जानकारी भेज दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक शिकायत के बाद रायपुर के ड्रग इंस्पेक्टर ने काबरा ड्रग्स के सैंपल भी लिए थे, लेकिन अब तक इसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इस कंपनी ने सितंबर 2013 में भारी मात्रा में लिग्नोकेन की सप्लाई की थी, वर्तमान में 2 लाख 23 हजार से अधिक दवा वेयर हाउस में रखी हुई है, इसके अलावा अस्पतालों में भी यह दवा है। इसी ड्रग का इस्तेमाल पेंडारी नसबंदी शिविर में ऑपरेशन के दौरान किया गया था।

काबरा ड्रग्स की दवा पहली भी पाई गई थी अमानक-

काबरा ड्रग्स बीते दो साल से सीजीएमएससी में दवा दवा सप्लाई के लिए टेंडर भर रहा है। उसे साल 2013 में लिग्नोकेन सप्लाई का ऑर्डर मिला था। जानकारी के मुताबिक उसके कुछ बैच जांच में फेल भी हुए थे, लेकिन तब सीजीएमएससी ने कोई ठोस निर्णय नहीं लिया। कंपनी को कहा गया कि वह दवाओं को रिप्लेस कर दे। 3बार सैंपल जांच में अमानक पाए गए थे।

निर्देश दे दिए गए हैं

काबरा ड्रग्स पर 5 साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। सभी जिला सीएमएचओ, अस्पताल अधीक्षकों को पत्र लिखकर दवाओं का इस्तेमाल न करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

प्रताप सिंह, सह प्रबंधक संचालक, सीजीएमएससी

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