कोबरापोस्ट का खुलासा, वॉलमार्ट कर रही FDI नियमों का उल्लंघन

नई दिल्ली। भारत सरकार की एफडीआई गाइडलाइंस के तहत कोई भी होलसेल का कारोबार करने वाली कंपनियां सीधे तौर पर अपना माल उपभोक्ता को नहीं बेच सकती। इन कंपनियों को बिजनेस टू बिजनेस फॉर्मूले के तहत भारत सरकार ने 100% एफडीआई की अनुमति दी है। मतलब ये कंपनिया अपना माल ऐसे कारोबारियों को बेच सकती हैं, जो इसे आगे कंज्यूमर तक बेच सके।

खुद उपभोक्ता इन कंपनियों से सीधे तौर पर कोई माल नहीं खरीद सकता है। क्योंकि उपभोक्ता खुदरा व्यापार यानि रिटेल के कारोबार में आता है और रिटेल के क्षेत्र में एफडीआई लाने पर देश में अभी भी बहस जारी है। लेकिन, फिर भी ये कंपनिया होलसेल का लाइसेंस लेकर खुलेतौर पर रिटेल का कारोबार कर रही हैं। कोबरापोस्ट ने स्टिंग में ये तमाम कंपनियां होलसेल लाइसेंस की जगह रिटेल के कारोबार में लिप्त पाई गईं।

मामले को लेकर वॉलमार्ट के वाइस प्रेसीडेंट (कॉरपोरेट अफेयर्स ) रजनीश कुमार का कहना है कि उनकी कंपनी भारतीय नियमों का काफी सख्ती से पालन करती है। एफडीआई नियमों को लेकर भी वॉलमार्ट ने नियमों की अनदेखी नहीं की है। कोई भी मेंबरशिप बिना जरूरी डॉक्यूमेंट के नहीं दी जाती है। सपोर्टिग डॉक्यूमेंट न होने के चलते पिछले एक साल में कंपनी ने 1.5 लाख से ज्यादा मेंबरशिप को रद्द किया है।

देशभर में फैले स्टोर्स

कोबरापोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, वालमार्ट के देशभर में करीब 20, मेट्रो के 16 और कारफोर के 4 स्टोर होलसेल के स्टोर मौजूद हैं। हांलिकि, कारफोर भारत से अपना कारोबार अब समेट चुकी है। लेकिन ये रिपोर्ट उस वक्त की है जब कारफोर देश में कारोबार कर रही थी।

वालमार्ट वेस्ट-प्राइस उ.प्र में (मेरठ, आगरा), म.प्र में (भोपाल-दो स्टोर, इंदौर), पंजाब में (जालंधर, लुधियाना, भंटिडा, जिराकपुर), राजस्थान में कोटा और महाराष्ट्र के अमरावती एवम औरंगाबाद कुल 12 होलसेल स्टोर हैं।

इसी प्रकार से मेट्रो के जयपुर, पंजाब के (अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, जिराकपुर), महाराष्ट्र में वेस्ट मुंबई के कुल 7 कैश एंड कैरी होलसेल स्टोर।

इसी तरह से कारफोर के दिल्ली, मेरठ, आगरा और जयपुर के 4 कैश एंड कैरी होलसेल स्टोर हैं।


एफडीआई गाइडलाइन्स का खुले तौर पर उल्लंघन

कोबरापोस्ट के मुताबिक, ये विदेशी कंपनियां होलसेल की जगह बढ़े पैमाने में भारत सरकार की एफडीआई की गाइडलाइन्स का खुले तौर पर उल्लंघन कर रिटेल का कारोबार कर रहे हैं। जबकि रिटेल में भारत सरकार ने अभी एफडीआई को अनुमति नहीं दी है। इन कंपनियों ने अपने होलसेल स्टोर में प्रवेश के लिए निम्नलिखित नियम और शर्तें भी तय की हैं।

कंपनियों के मुताबिक, इनके स्टोरों में किसी भी कारोबारी को मेंमबरशिप कार्ड तभी दिया जाएगा जब कोई कारोबारी अपने कारोबार करने का सरकार से प्राप्त वैधानिक दस्तावेज और अपने व्यापार संबधी अन्य दस्तावेज कंपनी को प्रस्तुत करेगा। वालमार्ट तो एक कदम आगे बढ़ कर व्यापारी से एक MOU भी साइन कराती है। इसमें कारोबारी को लिख कर देना होता है कि वह वालमार्ट से खरीदा गया सामान आगे बेचने के लिए खरीद रहा है।
ये सभीकंपनियां एक मेंमबरशिप कार्ड के साथ दो एड ऑन कार्ड भी देतीं हैं। इन अतिरिक्त कार्ड का मतलब ये होता है कि खरीददारी ज्यादा होने पर कोइ अन्य सहायक सामान कैरी करने में मदद करे, या फिर कारोबारी की गैरमैजूदगी में स्टोर के बदले में इन स्टोरों से खरीददारी कर सके।

मेंमबरशिप कार्ड होने पर भी कोई भी कारोबारी वही माल खरीदेगा जिसका वह व्यापार करता हो। यानि कि बिजली का कारोबार करने वाले को घरेलू उत्पादों की शॉपिंग की इजाजत नहीं है।

ऐसे किया जा रहा है एफडीआई नियमों का उल्लंघन

1. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर सीधे तौर पर रिटेल के कारोबार में लिप्त है।
2. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर अपने उत्पाद को सीधे तौर पर ग्राहकों को बेच रहा है।
3. वालमार्ट मैट्रो और कारफोर, स्टोर में मेंम्बरसिप के दौरान दिए गए अतिरिक्त कार्ड का दुरुपयोग हो रहा है।
4. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर स्टोर मैनेजर व अन्य स्टाफ घरेलू ग्राहकों को सीधे तौर पर खरीद करने के लिए प्रलोभन दे रहे हैं।
5. वालमार्ट मैट्रो और कारफोर, स्टोर के तमाम सदस्यों ने, स्टोर की जानकारी में, गलत तरीके से सदस्ता हासिल की है।
6. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर, खुद, स्टोर के सदस्यों के लिए बनाए नियम का, खुले तौर पर उलंखन कर रही है।
7. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर स्टोर, रिटेल का कारोबार करने के लिए डमी मेम्बर कार्ड का उपयोग कर रहे हैं।
8. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर के कई स्टोर, कोबरापोस्ट रिपोर्टर को 50 से 100 तक घरेलू उपभोक्ताओं को भी खरीददारी कराने के लिए तैयार दिखे।
9. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर के भारतीय कर्मचारियों ने बताया कि वे अंतिम उपोभोक्ता को भी अपने होलसेल स्टोर से खरीद कराते हैं।
10. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर अधिक मुनाफा कमाने के लिए,घरेलू उभपोक्तों को बिना रोक टोक स्टोरों में प्रवेश करने की अनुमति दे रहे है।
11. कोबरापोस्ट, मैट्रो और कारफोर होलसेल कंपनियां, रिपोर्टर के साथ विजिट करने बाले ग्राहकों को रिटेल खरीद दारी कराने के लिए स्पेशल ट्रीटमेंट देने के लिए भी तैयार हो गए।
12. वालमार्ट, मैट्रो और कारफोर घरेलू उपभोक्तों को सीधे तौर पर सामान बेचते के लिए भी तैयार दिखे।
13. ये सभी कंपनियां अतिरिक्त मेंम्बर कार्ड दिए जाने को भी तैयार दिखीं।
14. वालमार्ट,मैट्रो औऱ कारफोर ने रिपोर्टर से कहा कि,वे किस तरह से शॉपिंग के लिए लाए गए ग्राहकों को डमी कार्ड के जरिए प्रवेश दिलाएंगे।

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