सूत्रों के मुताबित आने वाले दिनों में कपास की कीमतें और गिर सकती है ऐसे में जब सरकार खुल बाजार में कपास बेचेगी तो नुकसान होगा।
सरकारी अधिकारियों के अनुसार सिर्फ भारत का एक्सपोर्ट ही नहीं घटेगा बल्की ग्लोबल स्तर पर भी घटने की संभावना है और इसके संकेत मिलने लगे है।
घरेलू बाजार में पिछले कुछ हफ्तों से कपास की कीमतें गिर रही है। दरअसल इस साल कटाई का काम शुरु हो चुका है साथ ही 4 करोड़ बेल उत्पादन होने का अनुमान है।
शनिवार को कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने कहा गुजरात, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में कपास की सरकारी खरीद शुरू कर दिया है।
सरकार ने मध्यम रेशे कपास का एमएसपी 3750 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया था। जबकि लंबे रेशे वाली कपास का एमएसपी 4050 रखा है।
2012-13 में कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने आंध्र प्रदेश से 58.08 अरब रुपए की कीमत यानि करीब 22-13 लाख बेल खरीदा था।
सूत्रों के अनुसार भारत इस साल 3.5 से 4 लाख गांठ कपास का निर्यात अक्टूबर तक कर चुका है, जो कि पिछले साल से 1 लाख गांठ कम है। 2013-14 में भारत ने 1.18 करोड़ बेल कपास निर्यात किया था।